डोरंडा कॉलेज की तुलना अंतरराष्ट्रीय संस्थान से की जा सकती है- बोले RU के VC अजित कुमार सिन्हा


रांची(RANCHI): रांची विश्वविद्यालय के कुलपति अजित कुमार सिन्हा ने डोरंडा कॉलेज की तुलना अंतरराष्ट्रीय कॉलेज से की है. उन्होंने कहा कि इस कॉलेज में 51 पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं 20 हजार छात्र-छात्राएं यहां शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. जो इस महाविद्यालय को एक विश्वविद्यालय का रूप दे रहा है. उन्होंने कहा कि वे डोंरण्डा कॉलेज के छात्र रह चुके हैं और कुलपति के रूप में इस प्रांगण में वापस आना उनके लिए बहुत ही खुशनुमा पल है. कुलपति डोरंडा कॉलेज के 61वां स्थापना दिवस के अवसर पर बोल रहे थे.
प्रति कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में कोई भी सफल और असफल हो सकता है. इसलिए जीवन के हर मोड़ पर आगे बढ़ते जाना है. उन्होंने पूर्व प्राचार्य शिक्षकों कर्मचारियों छात्र-छात्राओं स्थानीय लोगों के योगदान को भी इस मौके पर याद किया. उन्होंने कहा कि यह कॉलेज झारखंड का प्राइम कॉलेज बन गया है और निरंतर आगे बढ़ने की ओर अग्रसर है.
धूमधाम से मनाया गया स्थापना दिवस
डोरण्डा कॉलेज का 61वॉ स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया. इस अवसर पर कॉलेज में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कुलपति प्रोफेसर डॉ अजीत कुमार सिन्हा और विशिष्ट अतिथि के तौर पर डॉ कमीनी कुमार और पूर्व सांसद इब्राहिम अंसारी के पुत्र बुलंद इकबाल, वार्ड पार्षद फिरोज एवं नसीम उपस्थित शामिल हुए. कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों का स्वागत नागपुरी गीत पर आदिवासी नृत्य के साथ पारंपरिक तरीके से किया गया. मौके पर कुलपति, प्रति कुलपति और महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ वी पी वर्मा के द्वारा पौधा रोपण किया गया. कॉलेज के 61वें स्थापना दिवस को यादगार बनाते हुए प्रतीक चिन्ह के रूप में स्मृति चिन्ह भेंट किया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ मंजु मिंज, डॉ मंजु लाल, डॉ रजनी टोप्पो, नमिता कुमारी, डॉ एमलिन केरकेट्टा और डॉ शैलेन्द्र कुमार के साथ पूरे महाविद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाओं और कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा.
रिपोर्ट: नीरज कुमार, रांची
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