दुमका(DUMKA): लॉटरी एक जुआ है, झारखंड में लॉटरी टिकट बेचना कानूनन जुर्म है.लेकिन पश्चिम बंगाल से सटे होने के कारण बड़े पैमाने पर लॉटरी का अवैध कारोबार होता है. समय-समय पर प्रशासन अपनी दबिश भी दिखाती है,लेकिन कुछ दिन बाद फिर से चौक चौराहे पर लॉटरी टिकट बिकने लगता है.
अवैध लॉटरी पर पुलिस की एक्शन
दरअसल नगर थाना की पुलिस ने शहर के टीन बाजार के समीप अवैध रूप से लॉटरी टिकट बेचने वालों पर कार्रवाई की गई. रविवार को पुलिस ने 40 हजार के टिकट, 13 हजार रुपया नकद और चार मोबाइल जब्त करने के साथ सूरज मंडल, मनीष मंडल, मोहम्मद शमीम व उमेश केसरी को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भी भेज दिया.
गुप्त सुचना पर प्रशासन की कार्रवाई
पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि टीन बाजार में कुछ लोग अवैध रूप से लॉटरी टिकट की बिक्री कर रहे हैं. सूचना का सत्यापन करने के बाद पुलिस ने रविवार देर शाम को बाजार में दबिश दी. पुलिस ने चारों युवकों को लॉटरी टिकट के साथ धर दबोचा. पुलिस ने टिकट की खरीद करने वाले दो युवकों को भी हिरासत में लिया, लेकिन बिक्री में उनका हाथ नहीं होने के कारण दोनों को देर शाम को छोड़ दिया.थाना प्रभारी अमित लकड़ा ने बताया कि दुमका में लॉटरी प्रतिबंधित है, इसके बाद भी कुछ लोग अवैध रूप से इसकी बिक्री कर रहे थे. सूचना के आधार पर चार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
कई बार हुई अवैध लॉटरी के खिलाफ जांच
अब सवाल उठता है कि इसके पूर्व भी कई बार दुमका पुलिस द्वारा अवैध लॉटरी के खिलाफ कार्रवाई हुई. काफी मात्रा में लॉटरी टिकट जप्त करने के साथ साथ इसमें शामिल लोगों को जेल भेजा गया. इसके बाबजूद भी चंद दिनों में फिर से लॉटरी का अवैध बाजार सजने लगा. जबकि एक बार फिर कार्रवाई हुई है तो, सवाल उठता है कि यह जांच केवल खानापूर्ति के लिए हुई है या सचमुच दुमका पुलिस इसे रोकने के लिए गंभीर है.
रिपोर्ट: पंचम झा
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