धनबाद(DHANBAD) | धनबाद में साल के अंतिम दिन, उसके एक दिन पहले और नए साल के पहले दिन किसी भी प्राइवेट अस्पताल में न किसी की चिकित्सा होगी, ना कोई भर्ती लिए जाएंगे. कारण है कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की धनबाद शाखा ने 30, 31 और पहली जनवरी को निजी अस्पताल बंदी का ऐलान गुरुवार को किया. हालांकि इसके पहले अनिश्चितकालीन बंदी की बात हुई थी लेकिन मरीजों की परेशानी और वरीय पुलिस अधीक्षक के तबादले के बाद इस आंदोलन को तीन दिनों के लिए कर दिया गया है. यह आंदोलन सर्वमंगला नर्सिंग होम के संचालक से एक करोड रुपए रंगदारी मांगने के विरोध में किया गया है. यह रंगदारी प्रिंस खान ने मांगी है. गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष एके सिंह भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में डॉक्टर असुरक्षित है. धनबाद में तो है ही.
21 दिसंबर को एसएसपी को दिया गया था पत्र
इधर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, धनबाद शाखा के अध्यक्ष ने कहा कि 21 दिसंबर को उन लोगों ने धनबाद के एसएसपी को पत्र लिखकर बताया था कि उन्हें सुरक्षा का माहौल दिया जाए. लेकिन कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है. पहले उन लोगों ने अनिश्चितकालीन बंदी की बात की थी लेकिन मरीजों की परेशानी को देखते हुए इसे 3 दिन के लिए किया गया है. अगर हालात नहीं सुधरते हैं तो इसके बाद पूरे प्रदेश स्तर पर आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी. सरकारी अस्पतालों में कोई विघ्न -बाधा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नहीं डालेगा. लेकिन आगे अगर आंदोलन हुआ तो निश्चित रूप से सरकारी डॉक्टरों से भी वह लोग सहयोग की अपील करेंगे.डॉक्टरों ने अभी तक बरवाअड्डा ठाणे में मुक़दमा नहीं होने पर भी आश्चर्य प्रकट किया.
धनबाद से संतोष की रिपोर्ट
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