अधिकारियों और ठेकेदारों पर कार्रवाई की सिफारिश करेगी विस समिति, निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार से नाराज दिखी समिति


सरायकेला (SARAIKELA )झारखंड विधानसभा के प्राक्कलन समिति सरायकेला जिले के दो दिवसीय दौरे को समाप्त कर अपने अगले पड़ाव जमशेदपुर जिला की ओर रवाना हो गई है.समिति द्वारा जहां पहले दिन बीती देर रात तक जिले के सभी विभागों की समीक्षा की गई.वही दूसरे व अंतिम दिन विभिन्न योजनाओं का स्थल निरीक्षण किया गया.विधानसभा की प्राक्कलन समिति में सभापति दीपक बिरुआ तथा सदस्य के रूप में विधायक लंबोदर महतो मौजूद थे.
निर्माणाधीन एएनएम जीएनएम हॉस्टल में गुणवत्ता की काफी कमी
समिति द्वारा जिला मुख्यालय स्थित वर्षों से निर्माणाधीन एएनएम जीएनएम हॉस्टल भवन का निरीक्षण किया गया. इस दौरान कई अनियमितता पाई गई. जिसको लेकर समिति ने गहरी नाराजगी जाहिर की.तरफ जहां इस भवन के निर्माण में काला ईट तथा बंगला ईट के प्रयोग की बात सामने आई.वहीं दूसरी ओर कई जगह पर सीपेज तथा कई प्रकार की गुणवत्ता में कमी की बातें सामने आई.समिति के सदस्य ने खुद ईंट को उठाकर जब गिरा कर जांच किया.वह उसकी गुणवत्ता इतनी खराब निकली कि वह दो टुकड़ों में बंट गई.जिस पर समिति ने नाराजगी जाहिर की है.
भवन निर्माण के कार्यों में गुणवत्ता की है काफी कमी
समिति के सभापति दीपक बिरुवा ने इस मसले पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वर्षों से निर्माणाधीन जीएनएम एएनएम हॉस्टल का निर्माण कार्य काफी खराब है. करीब 3 महीना पहले भी यहां विधानसभा की टीम आई थी.गुणवत्ता को लेकर कई सवाल खड़ा किए थे.तथा उसमें सुधार का निर्देश दिया था.बावजूद इसके यहां के निर्माण में सुधार नहीं दिख रहा है.उन्होंने कहा कि समिति इस हॉस्टल की खराब गुणवत्ता तथा संवेदक व भवन निर्माण विभाग पर कार्रवाई को लिखेगी.उन्होंने कहा कि विधान सभा समिति कई जिलों का दौरा की है.जहां पर भवन निर्माण विभाग द्वारा किए गए कार्य में काफी गुणवत्ता की कमी देखी गई है. ऐसे में समिति सरकार को लिखेगी कि आने वाले दिनों में कंस्ट्रक्शन के काम से भवन निर्माण विभाग को बाहर रखा जाए. मैन पावर की कमी तथा मॉनिटरिंग की कमी के कारण भवन निर्माण विभाग के कामों में गुणवत्ता की कमी देखी जा रही है.
जांच हेतु बनाई गई डीडीसी की अध्यक्षता में चार कार्यपालक अभियंताओं की टीम
विधान सभा की प्राक्कलन समिति ने अपने सरायकेला दौरे के क्रम में जिले के विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक की.इस दौरान कई विभागों में काफी संख्या में वर्षो से लंबित कामों की फेहरिस्त मिली.आमदा में बन रहे 500 बेड हॉस्पिटल,एएनएम जीएनएम हॉस्टल, संजय नदी पर पुलिया जैसे दर्जनों काम मिले जो पिछले 10 वर्षों से लंबित हैं. लंबित कामों को लेकर समिति ने गहरी नाराजगी जताई.समिति के सदस्य सह विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि यह जिले के लिए काफी दुखद है कि विभिन्न विभागों की दर्जनों योजनाएं काफी वर्षो से लंबित है.
संवेदक पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए
यह कहीं ना कहीं संवेदक की लापरवाही तथा विभागीय पदाधिकारियों की मॉनिटरिंग का अभाव दर्शाता है. उन्होंने कहा कि लंबित योजनाओं को लेकर डीडीसी की अध्यक्षता में चार कार्यपालक अभियंताओं की टीम बनाई गई है.जो सारे अधूरे कामों का स्थल निरीक्षण कर इससे संबंधित रिपोर्ट समिति को देगी.उन्होंने कहा कि उन्होंने निर्देश दिया कि अगर वर्षों से लंबित कामों में अगर संवेदक ठीक से काम नहीं कर रहा है तो उसकी जगह नए संवेदक को रखना चाहिए और जो संवेदक कार्य जानबूझकर नहीं कर रहे हैं उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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