धनबाद(DHANBAD)- हाउसिंग बोर्ड ने जो घर सील किए थे, उनके घर के मालिकों ने हाउसिंग बोर्ड को ही सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर धरना दे रहे लोगों का कहना है कि हाउसिंग बोर्ड एक आंख में काजल तो दूसरी आंख में सुरमा वाली कहावत को चरितार्थ कर रहा है. हाउसिंग बोर्ड ने भूमिहीन और गरीबों के घरों को जहां सील कर दिया गया है, वहीं जनता मार्केट सहित अन्य पैसे वाले लोगों को माफी के नाम पर छूट दी है.
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उपायुक्त से जांच की मांग
धरना के माध्यम से उन लोगों ने धनबाद के उपायुक्त से मामले की जांच करने और उनके घरों को खोल दिये जाने की मांग की है. इस मौसम में वह लोग कहां जाएंगे, कैसे रहेंगे. साथ ही यह भी दावा किया गया कि जिन घरों को या जमीन को हाउसिंग बोर्ड अपना बता रहा है, वह उनकी रैयती जमीन है. यहां वह वर्षों से रह रहे है. धरना रविदास समाज संघर्ष समिति के बैनर तले दिया गया है. रविदास समाज संघर्ष समिति के संस्थापक दिलीप राम ने कहा कि जिन लोगों के घरों को सील किया गया है, वह लोग उस जमीन के रैयत है. सभी लोग हाउसिंग बोर्ड बनने के पहले से वहां रह रहे है.
रिपोर्ट: शौकत खान, धनबाद
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