धनबाद जेल से चलता था अमन सिंह का आतंक , धनबाद को डिस्टर्ब करने वाला क्या अब खुद 'डिस्टर्ब' होगा !


धनबाद (DHANBAD) : तो क्या धनबाद में आतंक का पर्याय बना अमन सिंह का गैंग ध्वस्त हो जाएगा ? क्या धनबाद जेल में अब अपराधियों को पनाह नहीं मिलेगी ? क्या धनबाद के लोग शांतिपूर्वक रह सकेंगे? यह सब ऐसे सवाल हैं जिनका उत्तर कम से कम धनबाद के 29 लाख लोग जानना चाह रहे हैं. अमन सिंह को तो दुमका जेल में शिफ्ट कर दिया गया है लेकिन उसके कई गुनाहों से पर्दा जेल आईजी की जांच में हटा है.
धनबाद जेलर सस्पेंड, अधीक्षक को स्थानांतरित करने की अनुशंसा
जेल आईजी ने धनबाद के जेलर अश्विनी कुमार को निलंबित कर दिया है, जबकि जेल अधीक्षक को स्थानांतरित करने की अनुशंसा की है. जेल आईजी ने अपनी जांच में जो कुछ पाया है, उसको आधार बनाकर अगर कड़ाई से जांच हो तो और खुलासे हो सकते हैं. जानकारी मिली है कि धनबाद जेल में सीसीटीवी कैमरों का डायरेक्शन इस ढंग से रखा गया था कि जेल के बहुत सारे हिस्से कैमरे में कवर नहीं हो रहे थे. जेल अस्पताल का कुछ हिस्सा कैमरे में आ रहा था जबकि बाकी हिस्से को कैमरे कवर नहीं कर पा रहे थे.
क्या कहता है 4 मई का फुटेज,जेल अस्पताल बना हुआ था ठिकाना
4 मई के फुटेज की जांच से इस बात का खुलासा हुआ है कि दिन के 11 :54 बजे अमन सिंह जेल अस्पताल के भीतर जाता दिखता है और वह वहां से 12:58 पर बाहर निकलता है, इतने वक्त तक वह जेल अस्पताल में क्या किया, इसका कैमरे में कहीं कोई सबूत नहीं है. मतलब साफ है कि जेल अस्पताल इन अपराधियों को धमकी देने का सुरक्षित ठिकाना बना हुआ था. धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार ने रिपोर्ट भेजी थी कि धनबाद जेल से ही लोगों को धमकाया जा रहा है, इसके बाद ही जांच पड़ताल हुई और मामले का खुलासा हुआ.
गोबिंदपुर थाने में 7 मई को अमन सिंह के पिता सहित अन्य पर हुआ था केस
इधर, 7 मई को धनबाद के गोविंदपुर थाने में एक केस दर्ज होता है, जिसमें कुख्यात अमन सिंह के अलावा उसके पिता उदय भान सिंह ,बड़े भाई अजय सिंह, एक और भाई अमर सिंह, ससुर सुरेंद्र प्रताप सिंह सहित 9 लोगों को अभियुक्त बनाया जाता है. इसी केस के आधार पर पुलिस ने अमन सिंह के भाई अजय सिंह को गिरफ्तार कर यूपी से धनबाद लाई , हालांकि अजय सिंह को कल न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है लेकिन अजय सिंह ने अपने भाई अमन सिंह के गुनाहों का राजफाश किया है.
पांच साल में जिस बात का पता पुलिस नहीं कर पाई ,भाई ने कर दिया खुलासा
नीरज सिंह हत्याकांड के 5 साल बाद तक जिस बात को पुलिस नहीं ढूंढ पाई थी कि आखिर शूटरों को कितना पैसा दिया गया, इसका खुलासा अमन सिंह के भाई अजय सिंह ने पुलिस के पूछताछ में किया है. उसने बताया है कि अमन सिंह ने नीरज हत्याकांड से मिली राशि से दस लाख रुपए का फिक्स डिपाजिट अपनी बेटी के नाम से कराया है. इसके अलावा मिर्जापुर में 2 बीघा जमीन खरीदने की बात कही है. मतलब साफ है कि धनबाद जेल में बैठकर अमन सिंह और उसके लोग बड़ा गिरोह चला रहे थे. अमन सिंह के खिलाफ धनबाद पुलिस ने मजबूत घेराबंदी की है ,इस घेराबंदी का असर धनबाद की कानून -व्यवस्था पर कितना पड़ेगा , यह देखने वाली बात होगी.
4+