आज अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस : काम को किया सलाम, कहा, आप हैं तो हम हैं


धनबाद (DHANBAD) : आज अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस है. नर्स है तो समाज है, नर्स है तो अस्पताल है, नर्स है तो डॉक्टर हैं, किन-किन विपरीत परिस्थितियों में यह नर्स मरीजों की सेवा करती है, उन्हें उस अनुपात में क्या हम उन्हें सम्मान देते हैं. लोग प्यार से उन्हें सिस्टर कहते हैं- सिस्टर जिस तरह अपने भाई की कुशलता के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार रहती है, उसी प्रकार नर्स भी मरीजों को भाई मानकर उनकी सेवा- सुश्रुषा करती है. धरती के भगवान को डॉक्टर कहा जाता है लेकिन नर्सों के बिना डॉक्टर की भूमिका बहुत ही कम हो जाती है.
नर्सों ने यह कहा
कोविड से लड़ाई में भी नर्सों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, अपने कई साथियों को गंवाया भी, फिर भी हिम्मत के साथ आपदा काल में मरीजों की सेवा में जुटी रहीं. नर्स ललिता कुमारी ने कहा कि कोविड काल में काम करना थोड़ा मुश्किल तो जरूर था. लेकिन समर्पण के साथ काम में जुटी रही. नर्स सारथी दत्ता ने कहा कि बहुत अच्छा लगता है जब लोग कहते हैं कि तुमने बहुत सेवा की और हमारी जान बचाई. नर्स भारती का कहना है कि कोविड काल में भी बहुत दबाव के बावजूद अपने कर्तव्य पर खरी उतरना नर्सों की बहुत बड़ी सफलता है. सदर अस्पताल के नोडल पदाधिकारी डॉक्टर राजकुमार ने कहा कि नर्सों ने हर काम ईमानदारी और लगन के साथ किया है आगे भी उन्हें यह काम करना है इसलिए उन्हें अपने क्षेत्र में अपडेट रहने की जरूरत है. डॉक्टर पी पी पांडे ने कहा कि नर्स सेवा भाव से काम करती हैं ,समाज के हर व्यक्ति को उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए.
रिपोर्ट: शाम्भवी सिंह, धनबाद
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