प्रभू ईसा के पुनरुत्थान दिवस ईस्टर संडे धूमधाम से मनाया गया, लोगों ने एक दूसरे को दी बधाई


चाईबासा(CHAIBASA): रोमन कैथोलिक चर्च में हर्षोल्लास के साथ ईस्टर संडे मनाया गया. ईसा मसीह के पुनरुत्थान की खुशी में मनाया जान वाले ईस्टर को पास्का के नाम से भी जानते हैं. बाइबल की मान्यता के अनुसार यीशु मसीह ने यहुदी अत्याचारी राजाओं के द्वारा मृत्यु दंड दिए जाने का एहसास होते भी येरुशलेम में प्रवेश किया. इसपर उसे उसके अनुयायियों ने उनकी चमत्कारी व्यक्तित्व के कारण राजा की तरह खजूर के डालियां एवं कपड़े बिछाकर स्वागत किया. इसके बाद उसे मृत्यु देने के लिए पकड़ लिया गया और सूली पर लटका दिया जाता है. ईसा की मृत्यु हो जाती है. मृत्यु के तीसरे दिन उनका पुनरुत्थान हो जाता है.
फादर जोन पूर्ति ने अपने संदेश में यह कहा
ईसा मसीह के पुनरुत्थान पर मिस्सा पूजा के अनुष्ठादाता फादर जोन पूर्ति ने अपने संदेश में कहा कि पुनरुत्थान का तात्पर्य यह है कि स्वयं को पुनर्निर्माण करना. हम चालीस दिन तक महाउपवास में रहे. ईसा के पुनरुत्थान के पर्व के साथ हमें अपनी सोच व जीवन शैली में नई ऊर्जा भरने का काम शुरू कर देना चाहिए. इससे हम आगे का जीवन सुखमय तरीके से जी सकते हैं. जीवन में यदि बुरे कार्य या गलत संगति के भंवर में फंसे हैं तो स्वयं को उससे निकालने के लिए ईसा के पुनरुत्थान को याद कर पुनः अच्छे मार्ग पर चलने का सोच विकसित करें. तब ही ईसा मसीह के पुनरुत्थान सार्थक होगा. मिस्सा पूजा में संत अन्ना कॉन्वेंट के सिस्टर्स ने सिस्टर नीलिमा की अगुवाई में सिस्टर बलमदीना,सिस्टर अनीता,सिस्टर क्रोनिका आदि ने भक्ति गीत गाए. जिसमें जी उठे प्रभु विजयी बनकर गीत ने मिस्सा पूजा को भक्तिमय बनाया. मौके पर सभी कैथोलिक ईसाई परिवार के महिला -पुरूष, युवा व बच्चे बच्चियों ने एक- दूसरे को ईस्टर की बधाई एवं शुभकामनाएं दी. इस मौके पर ब्रदर अनिल,अंथोनी मिंज,सचिन सुंडी,सामुएल देवगम,राजश्री देवगम, विशाल कौशल,जेम्स सोय,जुलियाना देवगम,मनोज कुमार आदि मौजूद थे.
रिपोर्ट: अविनाश कुमार चाईबासा
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