रोपवे हादसा: पूर्व सीएम ने राज्य सरकार पर लापरवाही का लगाया आरोप, मृतकों के लिए मुआवजे की मांग की


जमशेदपुर ( JAMSHEDPUR) : झारखंड की निकम्मी और निष्क्रिय सरकार के कारण देवघर में पिछले 22 घंटे से यात्री रोपवे में हवा में लटके हुए हैं. सरकार का कोई भी प्रतिनिधि सुबह तक घटनास्थल पर नहीं पहुंचा. न तो आपदा मंत्री और न ही पर्यटन मंत्री, जो इसी क्षेत्र से आते हैं. जबकि वे घटना के दिन देवघर में ही थे. इससे यह दिखाता है कि घटना को लेकर हेमंत सरकार कितनी गंभीर है. उक्त बातें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कही. उन्होंने कहा कि कल शाम को घटना होने के बाद एनडीआरएफ को लगाया गया था, लेकिन कल ही समझ में आ गया था की सेना की मदद के बिना इसमें बचाव और राहत कार्य चलाना संभव नहीं है.
रघुवर दास की झारखंड सरकार से मृतक को एक करोड़ रुपए मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग
सरकार ने लोगों के जान की परवाह नहीं की और सेना को तत्काल नहीं बुलाया त्वरित निर्णय नहीं लेने की क्षमता का नतीजा हुआ कि रातभर यात्री हवा में लटके रहे. आज लोगों और मीडिया के दबाव में सरकार ने सेना को बुलाया. इसके बाद राहत और बचाव कार्य में तेजी आई. यह बहुत ही चिंता की बात है. देश के गृहमंत्री माननीय अमित शाह पूरी घटना पर नजर बनाए हुए हैं. हमें पूरी उम्मीद है कि सेना के जवान हमारे सभी यात्रियों को सकुशल बचा लेंगे. रघुवर दास ने झारखंड सरकार से घटना में मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपए मुआवजा व सरकारी नौकरी और घायलों के इलाज के लिए सरकारी खर्चे कराने की मांग की. साथ ही दोषियों को जल्द सजा दिलाने के लिए घटना की उच्चस्तरीय जांच की भी मांग की.
रिपोर्ट - रंजीत ओझा, जमशेदपुर.
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