धनबाद (DHANBAD) -रणधीर वर्मा चौक पर AICCTU (एक्टू) जिला कमेटी की ओर से केंद्र सरकार के खिलाफ तानाशाही और मजदूरों पर लगातार ब्याज में कटौती को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. एक्टू के प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णा सिंह ने मीडिया को बताया कि केंद्र के मोदी शाही सरकार द्वारा तानाशाही और फासीवादी तरीके से देश के मजदूरों पर लगातार बढ़ते क्रूर हमले के खिलाफ आवाज़ उठायी जा रही है.
खासकर मजदूरों का ईपीएफ ब्याज मैं कटौती, सार्वजनिक उद्योग को देश-विदेश पूंजीपतियों के हाथों बेचने और रोजगार के संसाधनों को खत्म करने के खिलाफ प्रतिवाद मार्च निकालकर प्रतिवाद सभा की गई. वक्ताओं ने कहा कि इसमें पीएफ की ब्याज दर को 8.1 तक कम कर दिया गया है, जो 43 सालों में सबसे कम ब्याज दर है. यहां तक कि जब सभी आवश्यक वस्तुओं ईंधन कुकिंग गैस समेत की क़ीमतों अविश्वसनीय ऊंचाई पर पहुंच चुके हैं. मोदी सरकार का यह हमला मजदूरों की गाढ़ी कमाई और हक अधिकारों को हमलो की कड़ी में एक और अध्याय है. इसमें चार लेबर कोड भी शामिल है. भारतीय श्रमिक वर्ग का पीएफ की ब्याज दर को कम करने और तमाम मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष तेज करने और आने वाले 28-29 मार्च की आम हड़ताल को सफल बनाने में सभी पार्टी का समर्थन चाहिए. इसलिए मंगलवार को प्रतिवाद का सभा आयोजन किया गया.
रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह, धनबाद
4+