लोहरदगा (LOHARDAGA) - कभी शराब बेचने वाली महिलाएं अब लोगों को बैठाकर भोजन करा रही हैं. यह परिवर्तन इनकी सोच की वजह से आया है. जिला मुख्यालय के समक्ष इन महिलाओं के द्वारा दीदी भोजनालय चलाया जा रहा है. कभी ये महिलाएं बाजार के कोने में और सड़क के किनारे अवैध रूप से शराब बेचती थीं. लेकिन इस कार्य में इनका जी नहीं लगा. शराब बेचने में इनके मान सम्मान को तो ठेस पहुंची. आत्मनिर्भरता का गौरव बोध नहीं हुआ.
शराब नहीं, खाना परोसती हैं अब महिलाएं
आजीविका सखी महिला मंडल से जुड़ने के बाद इनलोगों ने स्वावलंबी होने का फैसला लेते हुए सामूहिक रूप से मिलकर होटल चलाने का फैसला लिया. इसके बाद लोहरदगा जिला मुख्यालय के समक्ष इन महिलाओं के द्वारा दीदी भोजनालय के नाम से एक होटल खोला गया. यहां आदिवासी व्यंजन पकौड़ी, कचौड़ी सहित अन्य पकवान बनाने का कार्य इनके द्वारा किया जा रहा है. अब ये शराब नहीं परोसतीं. आत्मविश्वास के साथ लोगों को बैठाकर भोजन कराती हैं. इस कार्य में यह काफी संतुष्ट भी हैं. इनके मान सम्मान को बढ़ाने का कार्य यह छोटा सा दीदी भोजनालय करेगा.
रिपोर्ट : गौतम लेनिन, लोहरदगा
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