कोयला भंडार वाले क्षेत्र में झरिया को पछाड़कर राजमहल बना नंबर वन


धनबाद(DHANBAD) झारखंड के झरिया कोलफील्ड क्षेत्र को पछाड़कर संताल परगना का राजमहल सर्वाधिक कोयला भंडार वाला क्षेत्र बन गया है. इस बात का खुलासा भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की नई रिपोर्ट से हुआ है. दो दिन पहले कोल डायरेक्टरी '2021 जारी की गई है. डायरेक्टरी के अनुसार राजमहल कोलफील्ड में 22316 मिलियन टन कोयला भंडार है ,इसके साथ ही यह झारखंड में पहले नंबर पर अंकित हो गया है. झरिया कोलफील्ड में 19 531 मिलियन टन कोयले का भंडार है, इस लिहाज से यह दूसरे नंबर पर आ गया है. नॉर्थ कर्णपुरा जिसमें रांची ,हजारीबाग ,लातेहार एवं चतरा के कोयला क्षेत्र आते हैं ,18 967 मिलियन टन के साथ तीसरे स्थान पर है. बता दें कि कोयले की गुणवत्ता का अगर आकलन किया जाए तो कोकिंग कोल के कारण झरिया कोलफील्ड सबसे ज्यादा महत्व वाला क्षेत्र है, राजमहल कोयला क्षेत्र में लो क्वालिटी का कोयला उपलब्ध है. कोल डायरेक्टरी के अनुसार देश के कुल कोयला भंडार में सबसे ज्यादा कोयला झारखंड में है ,दूसरे स्थान पर उड़ीसा और तीसरे स्थान पर छत्तीसगढ़ का नाम लिया गया है. कोल डायरेक्टरी के अनुसार देश में मौजूद कोयला भंडार में झारखंड की हिस्सेदारी 24 . 48 प्रतिशत है जबकि उड़ीसा की 24 . 1 0 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ की 20 . 85% ,पश्चिम बंगाल की 9.40 प्रतिशत ,मध्य प्रदेश की 8 . 5 8% ,तेलंगना की 6.49%, महाराष्ट्र की 3. 6 7% हिस्सेदारी है.
रिपोर्ट :अभिषेक कुमार सिंह ,ब्यूरो हेड ,धनबाद
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