लोहरदगा रेलवे स्टेशन पर बाउंड्रीवाल फांद कर भाग रहे यात्री, कोरोना जांच टीम फेल


लोहरदगा (LOHARDAGA) - देश के दूसरे हिस्सों की तरह लोहरदगा रेलवे स्टेशन पर भी कोरोना जांच टीम मुस्तैद है. लेकिन इसका पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है. लोहरदगा स्टेशन में ट्रेन रुकते ही यात्री भागने-दौड़ने लगते हैं. वहीं बाहर से आए लोग पुलिस बल से जांच नहीं करवाने को लेकर विवाद भी शुरू कर देते हैं. देश और राज्य में बढ़ते कोरोना के मामलो में लोहरदगा जिला भी अछूता नहीं है. मगर यहां कोरोना जांच का पूरा सिस्टम फेल सा दिख रहा है.
रेलवे स्टेशन में जांच टीम और पुलिस बल की कमी
जिले में लगातार कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं. लेकिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग आंख बंद कर के सोए से हैं. जिला के रेलवे स्टेशन में जांच टीम और पुलिस बल की कमी की वजह से सही तरीके से जांच नहीं हो पाती है. लोग ट्रेन के रुकते ही स्टेशन की बाउंड्री वाल को फांद कर भागने लग जाते हैं. इससे यात्रियों की कोरोना जांच नहीं हो पाती है. जिले में संक्रमण बढ़ने की खतरा बढ़ रहा है. वहीं रेलवे स्टेशन पर सिर्फ एक ही बार कोरोना जांच की जाती है जबकि 5 बार ट्रेन यहां रुकती हैं. ये भी एक समस्या जिला के लिए है.
विधि व्यवस्था देख रहे इंस्पेक्टर एसपी सिंह ने बताया कि हम लोगों को समझा रहे हैं. लोग मास्क भी नहीं पहने नजर आते हैं और जांच करवाने के लिए कतराते हैं. इस लचर व्यवस्था पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं. आखिर 5 बार ट्रेन रुकती हैं तो जांच एक बार ही क्यों किया जाता है? जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग जांच टीम और भीड़ देखते हुए पुलिस बल क्यों नहीं बढ़ाई जाती? यह लापरवाही कहीं इतनी न बिगड़ जाए कि बाद में संभाले न संभले.
रिपोर्ट: गौतम लेनिन, लोहरदगा
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