झुंमरी तिलैया में तोड़े गए सुपर मार्केट, जैन भवन, यह है मामला


कोडरमा (KODERMA) : कोडरमा रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण को लेकर कार्य तेज कर दी गई है. मालवाहक ट्रेनों के निर्बाध परिचालन के लिए प्रस्तावित डीएफसी (डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर) के निर्माण को लेकर अधिग्रहित जमीन से मकानों को हटाने का कार्य जोरों पर हैं. इधर जिन मकानों को मुआवजा मिल गया है, उनके प्रतिष्ठानों और मकानों को तोड़ने की प्रक्रिया में स्वयं मकान मालिक सहयोग कर रहे हैं.
रेलवे कॉलोनी के कुछ मकानों को तोड़ने के लिए दंडाघिकारी की भी प्रतिनियुक्ति की गई थी. इधर विकास के लिए कई वर्ष पुराने मकानों और प्रतिष्ठानों को तोड़ा जा रहा है. इसमें रेलवे फाटक के समीप 50 वर्षोंं अधिक पहले बना जैन भवन, सुपर मार्केट और आस-पास के कई दुकान-मकान टूट चुके हैं. घर और प्रतिष्ठान के मालिक नए स्थलों पर बसने की प्रक्रिया कर रहे हैं. कई लोगों ने भाडे़ पर ही अपनी दूकान और मकान ले लिया है ताकि उनका व्यवसाय चलता रहे और रहने का आशियाना मिल सके. बताते चले कि झुमरी तिलैया बाई पास से मोरियांवा तक करीब 100 मकान और व्यावसायिक प्रतिष्ठान इसकी जद में आ रहे हैं. इसके अलावा झुमरी तिलैया रेलवे कालोनी के अधिकतर क्वार्टर भी खाली हो चुके हैं और इन्हें भी तोड़ने की प्रक्रिया चल रही है. कई मकान टूटने के बाद वहां से निकले मलबा से छड़ निकालने का कार्य बच्चों और महिलाओं द्वारा किया जा रहा है. जयनगर के गड़गी में भी अधिग्रहित किए गए कई मकानों को तोड़ा गया है.
एक साल पहले नोटिस
एक वर्ष पूर्व से इसके लिए डीएफसीसी (डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर कारपोरेशन) द्वारा संबंधित लोगों को नोटिस दिया गया था. डीएफसीसी के परियोजना प्रबंधक विद्युत-1 अरविद कुमार ने बताया कि रेलवे लाइन निर्माण के लिए कोडरमा समेत विभिन्न स्टेशनों में कई भवन भी अधिग्रहण में आएंगें. इसमें कोडरमा स्टेशन भवन, रेलवे कॉलोनी, आरपीएफ बैरक समेत और कई भवन शामिल हैं. इनके पुनर्निर्माण के लिए रेलवे की ओर से धनबाद रेल मंडल के लिए करीब 268 करोड़ निर्गत किया गया है. वहीं संबंधित रैयतों से अधिग्रहण के पश्चात करीब 90 फीसदी को मुआवजा भुगतान भी कर दिया गया है. माना जा रहा है कि फरवरी के बाद इस नई रेलवे लाइन पर निर्माण कार्य तेजी से चलेगा. उल्लेखनीय होगा कि डीएफसीसी द्वारा कोलकाता के डानकुनी से लुधियाना तक मालवाहक ट्रेनों के निर्बाध परिचालन के लिए डबल लाइन का निर्माण किया जा रहा है. यह कारिडोर देश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा. इसके बाद यात्री ट्रेनें भी वर्तमान लाइन पर निर्बाध व तेज रफ्तार से चलेगी.
रिपोर्ट: अमित कुमार, कोडरमा
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