जानवरों के तबेले में तब्दील हुआ महिला औद्योगिक प्रशिक्षण भवन
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जामताड़ा (JAMTARA) में नारी शिक्षा का अलख जगाने का नारा बेतुका और बेमानी बना है. यह हाल समाहरणालय से मात्र एक कदम की दूरी पर है. यहां करोड़ों की लागत से महिला औद्योगिक प्रशिक्षण भवन है. जो जानवरों का तबेला बना है. इस पर रात में मनचलों और अपराधियों का कब्जा है. इससे जिम्मेदार अधिकारी बेखबर और निश्चिंत हैं.
4.56 करोड़ की लागत से बना भवन
यह है जामताड़ा का महिला तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र. सरकार ने 2012-13 में 4.56 करोड़ खर्च कर बनवाया था. भव्य और साधन संपन्न भवन अब प्रशासन और सरकार के उपेक्षा का शिकार हो गया है. इसका दरवाजा खिड़की चोरों ने उखाड़ लिया है. बिजली के उपकरण चोरी हो गया है. आप देख रहे हैं कि भवन के ग्राउंड फ्लोर में जानवरों ने कब्जा कर लिया है. पहली मंजिल पर हर तरफ शराब का बोतल दिखाई दे रहा है. इसके छत से पानी टंकी गायब है.
केंद्रीय विद्यालय को फिर से शुरू करने की मांग
यह भवन केंद्रीय विद्यालय गेट के ठीक सामने है. जहां शिक्षा विभाग सहित विभिन्न विभाग के आला अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का आना जाना लगा हुआ रहता है. इसे फिर से शुरू करने की मांग स्थानीय लोग कर रहें हैं. जानकार लोग नारी शिक्षा के अनमोल धरोहर को बचाने का वकालत किया हैं. आलम यह है कि मनचलों और अपराधियों पर नजर रखने की आवश्यकता पर लोग जोर दें रहें हैं. ताकि अपराधियों के चक्रव्यूह से जामताड़ा को बचाया जा सकें. इसे बेहतरी के लिए उप विकास आयुक्त ने आला अधिकारियों और सरकार को सुझाव देने का भरोसा तो दिया है. लेकिन इसके लिए संबंधित विभाग को उपेक्षा के लिए जबावदेह बताया है.
रिपोर्ट : आरपी सिंह, जामताड़ा
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