देवघर (DEOGHAR) - इम्पैक्ट-कृषि मंत्री के जिले में बिचौलियों के हाथों औने पौने दाम पर धान बेचने की खबर पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी अमित कुमार अब जांच करते हुए दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि 15 दिसंबर से धान की खरीद की शुरुआत होगी. वहीं 3 लाख 20 हज़ार क्विंटल धान खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
योजना बन कर तैयार
झारखंड में सरकार द्वारा इस खरीफ मौसम में 110 रुपए बोनस के साथ 2050 रुपए प्रति क्विंटल धान का खरीद मूल्य निर्धारित किया गया है. देवघर में इसके लिए 29 पैक्स में धान क्रय केंद्र का चयन किया गया है. जिला में इस खरीफ मौसम में 3 लाख 20 हज़ार क्विंटल का लक्ष्य किसानों से धान की खरीद का रखा गया है. धान खरीद और उसे राइस मिल तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन योजना भी बना ली गयी है. कुल 11 राइस मिल में किसानों से खरीदे धान को भेजा जाएगा. इसको लेकर जिला आपूर्ति पदाधिकारी अमित कुमार ने सभी राइस मिल संचालक के साथ बैठक कर उचित दिशा निर्देश भी दे दिया है. गौरतलब है कि पिछले वर्ष झारखंड सरकार ने 182 रुपए प्रति क्विंटल धान पर बोनस दिया था, लेकिन इस वर्ष 72 रुपए की कटौती करते हुए 110 रुपए बोनस निर्धारित किया है.
The News Post पर प्रसारित खबर के बाद विभाग रेस
हाल ही the news post पर किसानों द्वारा अपनी उपज बिचौलियों के हाथों बेचना पड़ रहा है. इसकी रिपोर्ट प्रसारित की गई थी. पूरा मामला है कि किसानों को उनकी उपज की सही कीमत मिल सके इसके लिए झारखंड में सरकार द्वारा MSP निर्धारित की गई है. इसी के अनुरूप देवघर में पैक्स के माध्यम से धान खरीद का निर्णय लिया गया है, लेकिन उचित व्यवस्था के अभाव में किसान यहां खुले बाजार में औने पौने कीमत पर धान बेचने को मजबूर हैं. दरअसल देवघर के किसान सरकार द्वारा निर्धारित 2050 रुपए प्रति क्विंटल की जगह किसान 1200 से 1300 रुपए प्रति क्विंटल की दर पर अपना धान बिचौलिया के हाथों बेच रहे हैं. किसानों के अनुसार सरकार द्वारा धान खरीद की मुकम्मल व्यवस्था नहीं रहने के कारण उन्हें बिचौलियों के हाथों अपनी उपज बेचनी पड़ रही है. इसके प्रसारण के बाद जिला आपूर्ति पदाधिकारी अमित कुमार ने स्वयं पूरे मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. बिचौलियों पर कार्रवाई हो या न हो, लेकिन अगर कड़ाई से जांच हो तो बिचौलिया में हड़कंप मच सकता है.
रिपोर्ट : रितुराज सिन्हा, देवघर
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