टीएनपी डेस्क(TNP DESK): भारतीय अर्थव्यवस्था कोरोना काल के बाद से तेजी से रफ्तार पकड़ती जा रही है. कई क्षेत्र तो उल्लेखनीय वृद्धि के लिए जाने जा रहे हैं. यह और भी संतोष और खुशी की बात हो सकती है क्योंकि दुनिया के कई देशों में आर्थिक मंदी का माहौल है. नौकरियां छीनी जा रही हैं. बहुत सारे उत्पादन संस्थान बंद हो रहे हैं. परंतु भारतीय अर्थव्यवस्था कमोवेश संतुलन के साथ आगे बढ़ रही है. सबसे बड़ा योगदान सर्विस सेक्टर का रहा है. इस सेक्टर ने तो कमाल किया है. अर्थव्यवस्था को 3 सेक्टर में बांटकर हम देखते हैं. प्राइमरी, सेकेंडरी और सर्विस सेक्टर.
सर्विस सेक्टर में रोजगार के भी अवसर बढ़ने के साफ संकेत
सर्विस सेक्टर का योगदान वैसे तो हमेशा से रहा है. दो दशक पीछे से अगर हम अर्थव्यवस्था का मूल्यांकन करें तो सर्विस सेक्टर हमेशा से ग्रोथ ट्रेंड लिए हुए हैं और इसमें रोजगार के भी काफी अवसर दिखे हैं. साल 2022 के उत्तरार्ध में सर्विस सेक्टर में बूम की स्थिति देखी गई यानी बेहतरीन वृद्धि दर्ज की गई. दरअसल महामारी के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था को बहुत ही संतुलन के साथ आगे बढ़ाने का काम हुआ. महंगाई जरूर बढ़ी लेकिन केंद्र सरकार ने मुद्रास्फीति दर पर नियंत्रण रखने का कारगर प्रयास किया. निर्यात का वॉल्यूम बढ़ाने का प्रयास हुआ. ताजा आंकड़े के अनुसार फरवरी 2023 में सर्विस सेक्टर में जबरदस्त उछाल आया है. पिछले 12 साल में इतनी प्रगति किसी एक महीने में दर्ज नहीं की गई थी. इस कारण सर्विस सेक्टर में रोजगार के भी अवसर बढ़ने के साफ संकेत हैं. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सर्विस सेक्टर में हाय ग्रोथ पर संतोष जताते हुए कहा कि आने वाले दिनों में और भी अच्छे परिणाम आएंगे.
अब जानिए अर्थव्यवस्था के सर्विस सेक्टर में कौन सी चीजें आती हैं. इसके तहत परिवहन, हॉस्पिटैलिटी, पर्यटन,एजुकेशन सेक्टर, स्वास्थ सेवा से जुड़े सेक्टर जाने जाते हैं. लिहाजा इस सेक्टर में और भी कई चीजें हैं जो अमूर्त रूप से अर्थव्यवस्था में योगदान देती हैं. आने वाले समय में सर्विस सेक्टर में और भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है.
4+