टीएनपी डेस्क : आखिरकार दिल से भारतीयों की दुआ काम आ गई. भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स धरती पर वापस आ गई हैं.अपने साथी यात्री बैरी बूच विल्मोर के अलावा दो अन्य अंतरिक्ष यात्री के साथ स्पेस एक्स के ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से धरती पर पहुंची हैं.
जानिए धरती पर वापसी के सफर को
भारतीय समय के अनुसार बुधवार अहले सुबह 3.27 पर फ्लोरिडा के समुद्र तट पर यह स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन उतरा.इसे स्प्लैश टाउन कहा जाता है.एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स के माध्यम से यह वापसी हुई है.
नासा के अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत 5 जून 2024 को सुनीता विलियम्स और बूच विल्मोर अंतरिक्ष गए थे.यहां उन्हें 8 दिनों तक रहना था लेकिन तकनीकी कारण से ये लोग वहां फंस गए. हाल में उनके लाने के प्रयास को गति मिली.सुनीता विलियम्स के पिता दीपक पांडया भारत के गुजरात के रहने वाले थे.1957 में अमेरिका शिफ्ट कर गए.सुनीता विलियम्स की सकुशल वापसी को लेकर उनके गांव गुजरात के झुलासण में दिवाली जैसी स्थिति थी.लोग दुआ भी कर रहे थे.वैसे तो पूरा भारत सुनीता विलियम्स की सकुशल वापसी का इंतजार कर रहा था और ईश्वर से प्रार्थना कर रहा था. यह कामना सफल हो गई है.
पीएम मोदी ने खुशी जताई, आने का दिया है निमंत्रण
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी पिछली अमेरिकी यात्रा के दौरान सुनीता विलियम्स के बारे में एक्सपर्ट से जानकारी ली थी.उन्होंने सुनीता विलियम्स के नाम एक पत्र भी पिछले एक मार्च को लिखा है जिसमें यह चर्चा है कि किस प्रकार से पूरा भारत उनकी वापसी का इंतजार कर रहा है.सुनीता विलियम्स को भारत आने का उन्होंने निमंत्रण भी दिया है.मालूम हो कि स्पेस एक्स के ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से नासा ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को लाने के लिए स्पेसक्राफ्ट भेजा.इस ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ने यह 10वीं बार यात्रा पूरी की.यह अभी तक का सबसे सफलतम प्रयोग रहा है.जैसे ही स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचा वैसे ही सुनीता विलियम्स और अन्य की धरती पर वापसी की संभावना बढ़ गई. सुनीता विलियम्स अभी 6 सप्ताह तक मेडिकल ऑब्जर्वेशन में रहेंगी.सामान्य स्थिति में लौटने में उन्हें अभी समय लगेगा. उल्लेखनीय है कि सुनीता विलियम्स अब तक तीन बार अंतरिक्ष मिशन पर जा चुकी है.
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