औरंगजेब का पुतला जलाने के बाद सुलगा नागपुर, पथराव, तोड़फोड़ व आगजनी, 55 लोग पुलिस हिरासत में

टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : महाराष्ट्र के नागपुर में एक अफवाह ने एक प्रदर्शन को हिंसक रूप दे दिया. इस हिंसा में दो समुदाय के लोग आपस में भीड़ गए. पथराव हुए कई गाड़ियां जला दी गईं. हालात इतने बिगड़ गए की पुलिस को स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठी चार्ज के साथ-साथ आंसू गैस छोड़ने पड़े. लेकिन इस बीच DCP निकेतन पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया गया. वहीं, इस हिंसक झड़प में शामिल 55 से ज्यादा लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया. लेकिन अब सवाल ये है की ये सब क्यों हुआ और कैसे शुरू हुआ? ऐसा क्या हुआ की दो समुदाय एकाएक रात में एक-दूसरे से भीड़ गए.
बता दें कि, नागपूर में संभाजी नगर में मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब की कब्र को हटाने को लेकर विवाद चल रहा है. ऐसे में सोमवार को हिंदू संगठन (विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल) ने छत्रपती शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने औरंगज़ेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान संगठन द्वारा औरंगजेब का पुतला फूंका गया. पुतले को जलाने के लिए हिन्दू संगठन ने आपत्तिजनक सामग्री का इस्तेमाल किया. इस बीच अफवाह फैला दी गई की धार्मिक पुस्तक को जला दिया गया है. अफवाह के फैलते ही मुस्लिम समुदाय में आक्रोश फैल गया. जिसके बाद नागपुर के महाल इलाके में सोमवार की रात तनाव का माहौल हो गया. दोनों समुदाय आपस में भीड़ गए. पथराव और तोडफोड शुरू हो गई. उपद्रवी घरों पर पथराव करने लगे और गाड़ियों में आग लगा दी. जिसके बाद देखते-देखते ये झड़प आसपास के इलाके में भी देखने को मिली. महाल के बाद हंसपुरी में भी पथराव और आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया. इस दौरान स्थिति को नियंतित्र करने पहुंची पुलिस पर भी पथराव होने शुरू हो गए. 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. इस झड़प को नियंत्रण करने के दौरान DCP पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया गया जिसमें वे घायल हो गए.
बिगड़ते माहौल को देखते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज के साथ-साथ आंसू गैस के गोले छोड़ने शुरू कर दिए. इलाके में 163 (निषेधाज्ञा) धारा लगा दी गई. हिंसा में शामिल 55 लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया. बाकी लोगों की पहचान की जा रही है. इसके अलावा इलाके में पुलिस फोर्स तैनात कर दिए गए हैं. वहीं, मामले को लेकर नागपुर पुलिस आयुक्त रविन्द्र कुमार सिंघल ने बताया कि इलाके में अभी शांतिपूर्ण स्थिति है. कुछ जगहों पर कर्फ्यू लगाया गया है. स्थिति नियंत्रण में है और शांति का माहौल बना हुआ है. 55 लोगों को हिरासत में लिया गया है. साथ ही जो भी शांति भंग करते दिखाई देंगे उन पर भी कार्रवाई की जाएगी.
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