टीएनपी डेस्क(TNP DESK)- ISRO ने एक बार फिर इतिहास रचा है. एलवीएम 3-एम3 वनवेब उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया है. यह मिशन कमर्शियल महतो का है. इसके तहत 36 उपग्रह अंतरिक्ष की निचली कक्षा में स्थापित किए गए हैं.यह प्रक्षेपण श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया है.
भारत के लिए बड़ी उपलब्धि
वन वेब इंडिया टू के तहत 36 उपग्रहों का प्रक्षेपण एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. वनवेब सैटेलाइट यूके की कंपनी है. इसरो के चेयरमैन डॉक्टर सोमनाथ ने इस प्रक्षेपण की सफलता पर सभी को बधाई दी है. यूके की कंपनी नेटवर्क एक्सेस एसोसिएटेड लिमिटेड ने इसरो से इस संबंध में समझौता किया है. इससे पहले भी अक्टूबर 2022 में 36 उपग्रहों को अंतरिक्ष की निकली कक्षा में स्थापित किया गया था. वनवेब विश्व की संचार नेटवर्क की एक बड़ी कंपनी है. इसके माध्यम से सरकारी और व्यापारिक अंतरिक्ष संबद्धता उपलब्ध होती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो की सफलता पर हार्दिक बधाई दी है और कहा है कि भारत अब विश्व में अंतरिक्ष की दुनिया में बड़े कदम स्थापित कर रहा है.
ग्लोबल मार्केट में तेजी से आगे बढ़ रहा भारत
इसरो की इस बड़ी छलांग से भारत का नाम पूरी दुनिया में स्थापित हुआ है. भारत ग्लोबल मार्केट को एक्सप्लोर करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा. आज यह स्थिति है कि अंतरिक्ष में लगभग 600 उपग्रह इंटरनेट की सेवा प्रदान करने के लिए स्थापित हैं.यह संभावना जताई जा रही है कि आने वाले समय में 10 हज़ार सैटेलाइट अंतरिक्ष की निचली कक्षा में स्थापित हो सकेंगे.
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