टीएनपी बसिनेस (TNP BUSINESS): Hidenburg और अडानी का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. 2023 के शुरूआत में ही हिंडनबर्ग ने अडानी पर एक आरोप लगाया था. जिसके बाद अडानी ग्रुप के शेयर काफी गिरावट आई थी. हिंडनबर्ग रिसर्च ने मार्केट रेगुलेटर SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर आरोप लगाया था कि उन्होंने एक ऑफशोर फंड्स में निवेश किया था, जिसका संबंध अडानी ग्रुप से है. लेकिन एक बार फिर से हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप को लेकर एक और सनसनीखेज खुलासा कर दिया है. दरअसल हिंडनबर्ग का दावा है कि स्विस बैंक ने अडानी के कई बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है. स्विस बैंक ने 31 करोड़ डॉलर यानी 2600 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम को फ्रीज कर दिया है. इसकी जानकारी हिंडनबर्ग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर दी है.
हिंडनबर्ग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी जानकारी
Swiss authorities have frozen more than $310 million in funds across multiple Swiss bank accounts as part of a money laundering and securities forgery investigation into Adani, dating back as early as 2021.
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) September 12, 2024
Prosecutors detailed how an Adani frontman invested in opaque…
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने पोस्ट में कहा कि स्विस अधिकारियों ने अडानी ग्रुप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग और सिक्योरिटीज पर फ्रॉड के आरोप में जांच के तहत 6 अकाउंट में डिपॉजिट 31 करोड़ डॉलर यानी 2600 करोड़ रुपए फ्रीज कर दिए हैं. यह जानकारी अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग ग्रुप ने हाल ही में जारी स्विस क्रिमिनल कोर्ट के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए दी है. पोस्ट के मुताबिक, ये जांच करीब 3 साल यानि 2021 से चल रही है. इसमें भारतीय समूह से जुड़ी संदिग्ध ऑफशोर फर्म से जुड़े फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन को भी हाइलाइट किया गया है.
अडानी ग्रुप ने दिया अपना जवाब
अब इसकों लेकर अडानी ग्रुप ने अपना जवाब दिया है. अडानी ग्रुप का कहना है कि ग्रुप का किसी भी स्विस अदालती कार्यवाही से कोई संबंध नहीं है. न ही हमारी कंपनी का कोई अकाउंट जब्त किया गया है. हमारा ओवरसीज होल्डिंग स्ट्रक्चर पूरी तरह ट्रांसपेरेंट और कानून के मुताबिक है. हमे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह हमारी प्रतिष्ठा और मार्केट वैल्यू को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जा रहा है.
2023 में भी हिंडरबर्ग ने अडानी समूह पर लगाया था आरोप
आपकों बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है जब हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर आरोप लगाया है. बल्कि इससे पहले ही यानी 24 जनवरी 2023 को हिंडरबर्ग ने अडानी समूह पर शेयर बाजार में हेराफेरी और धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे. अडानी समूह ने उन आरोपों को भी आधारहीन बताते हुए खारिज कर दिया था. लेकिन रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद जब शेयर बाजार खुला था तो इसमें अडानी की कंपनियों के शेयरों में भूचाल आ गया था और देखते ही देखते अडानी ग्रुप के शेयर गिर गए थे.
चलिए जानते है क्या करता है हिंडनबर्ग
दरअसल हिंडनबर्ग रिसर्च एक financial research करने वाली कंपनी है, जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव मार्केट के आंकड़ों का विश्लेषण करती है. इसकी स्थापना साल 2017 में नाथन एंडरसन ने की थी. हिंडनबर्ग रिसर्च हेज फंड का कारोबार भी करती है. इसे कॉर्पोरेट जगत की गतिविधियों के बारे में खुलासा करने के लिए जाना जाता है.
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