धनबाद(DHANBAD): कोयलांचल में शनिवार की रात धूम-धड़ाके के साथ 2022 की विदाई की गई और नए उमंग-उत्साह के साथ लोगों ने 2023 का स्वागत किया. घड़ी की सूई जैसे ही 12 पर पहुंची आकाश दूधिया रोशनी से नहा उठा. पटाखों की आवाज गूंजने लगी. लग रहा था मानो आकाश दूधिया रोशनी से नहा रहा हो. इसकी तैयारी पहले से की गई थी. कोरोना के दस्तक के बीच लोगों ने 2023 के स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ी. वैसे रविवार की सुबह मौसम ने करवट ले लिया है. ठंड का एहसास हो रहा है. शहर की सड़कें सूनी दिख रही है. रविवार की रात धनबाद के क्लबों में खूब धमाल मचा. बड़े-बड़े कलाकारों ने कोयलांचल में जलवा बिखेरी. इसका भी असर यातायात पर रविवार को दिखा. वैसे बहुत से लोग मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना की. धनबाद के शक्ति मंदिर, लिलोरी स्थान में भक्तों की भरी भीड़ दिखी. भक्त उत्साह के साथ माता का दर्शन कर रहे थे और अपने को धन्य मान रहे थे.
सबने की दुआएं, कोरोना फिर परेशान नहीं करे
सबके मन में यही कामना थी कि कोरोना फिर से परेशान नहीं करे. नए साल को अपने-अपने ढंग और तरीके से लोगों ने मनाने की तैयारी की थी. बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो साल के पहले दिन नॉनवेज से परहेज करते हैं, वैसे जो भीड़भाड़ से बचने के लिए घर में ही रहना मुनासिब समझा, उनके घरों में पकवान बन रहे थे. कई लोग ऐसे भी मिले जो एक दूसरे के घरों में जाकर नए साल की बधाइयां दी. वैसे बीता साल 2022 कई कड़वे अनुभव दे गया है. अलग बात है कि कोरोना के दस्तक के बीच अभी कोई पाबंदी नहीं है लेकिन गाइडलाइन का पालन करना खुद की सुरक्षा के लिए जरूरी बताया जा रहा है. वैसे हर साल कुछ उम्मीदें टूटती है तो कई सपने पूरे भी होते है. 2023 से लोगों को उम्मीद है, क्योंकि पिछले 2 सालों में लोग बहुत कुछ सीखे है और उसके अनुभव का उपयोग 2023 में जरूर करेंगे.
रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह/संतोष, धनबाद
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