दुमका(DUMKA): सरकार द्वारा आम लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है. योजनाएं जरूरतमंदों तक पहुंच रही है या नहीं, इसकी जानकारी लेने आज डीसी रविशंकर शुक्ला अधिकारियों के साथ दुमका जिला के नक्सल प्रभावित शिकारीपाड़ा प्रखंड के लताकान्दर गांव पहुंचे. उपायुक्त ने ग्रामीणों के साथ जमीन पर बैठकर उनसे बातें की और उनके द्वारा बताए गए सभी समस्याओं को खुद नोट किया. इस अवसर पर जिला परिषद के अध्यक्ष जॉयस बेसरा भी मौजूद थी. साथ ही प्रमुख, स्थानीय मुखिया और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहें. ग्रामीणों ने पेयजल की समस्या को काफी विकराल बताया. साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय, सड़क, सिंचाई, रोजगार से संबंधित समस्या भी रखी.
कमियों को जल्द से जल्द दूर किया जाएगा
बाद में उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने कहा कि यह पत्थर खनन का इलाका है, जहां लोग विस्थापित हैं. यहां पहुंचने का मकसद समस्याओं को जानना और उसका निराकरण करना है. डीसी ने विश्वास दिलाया कि यहां जो भी कमियां है उसे जल्द से जल्द दूर किया जाएगा. साथ ही साथ उन्होंने जानकारी दी कि यहां के कई लोग बांस के सामान बनाने में दक्षता रखते हैं. ऐसे लोगों को ट्रेनिंग दिया जाएगा और उनके द्वारा बनाए गए उत्पाद के लिए मार्केटिंग की भी व्यवस्था होगी. खास बात यह रही कि यह सारे काम जिला खनन निधि से की जाएगी.
इलाके में गरीबी बहुत ज्यादा
इधर, जिला परिषद अध्यक्षा जॉयस बेसरा ने कहा कि इस इलाके में गरीबी बहुत ज्यादा है. इलाके का विकास अब तक नहीं हो पाया. इस वर्ष बारिश नहीं होने की वजह से खेती नहीं हुई. ऐसे में इन क्षेत्रों में विकास योजनाएं चलाना काफी आवश्यक है और उसी को देखते हुए इस तरह की पहल की जा रही है.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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