चाईबासा(CHAIBASA): पूर्व घोषित कार्यक्रम को लेकर पदापहाड़ के ग्रामीणों के लिए रेलवे द्वारा रेलवे लाइन पार करने के लिए रास्ता की मांग को लेकर आज पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीण पदापहाड़ से डांगुवापोसी रेल लाईन के किनारे किनारे से होकर पैदल चलकर डांगुवापोसी फुटबॉल मैदान पहुंचे. ग्रामीण रास्ते भर रेलवे द्वारा पदापहाड़ मे रेल लाईन पर रास्ता रोकने के लिए रेलवे प्रशासन के खिलाफ जमकर नाराबाजी कर रहे थे. डांगुवापोसी में विधायक सोनाराम सिंकु ने प्रदर्शनकारियों का स्वागत किया. दक्षिण पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक अर्चना जोशी लगभग 3.20 के आसपास डांगुवापोसी फुटबॉल मैदान पहुंची. पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा साथ में विधायक सोनाराम सिंकु ने महाप्रबंधक के समक्ष पदापहाड़ के ग्रामीणों की रास्ता की समस्यायों को रखा और जल्द समस्या के निवारण की मांग की.
सांसद को सौंपा मांग पत्र
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने साथ डांगुवापोसी, बड़ाजामदा और मनोहरपुर में स्टेशन पर फुटओवरब्रिज को दोनों छोर तक जोड़ने के लिए सांसद गीता कोड़ा को मांग पत्र सौंपा. पूर्व मुख्यमंत्री ने सभी समस्यायों पर महाप्रबंधक से यथाशीघ्र निराकरण की बात की. महाप्रबंधक ने पदापहाड़ रास्ता के लिए जल्द सर्वे कराने का आश्वासन दिया, और बाकी सभी समस्यायों पर भी जल्द निराकरण का आश्वासन दिया.
हर आवागमन के लिए इसी मार्ग का किया जाता है उपयोग
बता दें कि चक्रधरपुर रेल मंडल अंतर्गत डांगुवापोसी सेक्शन के पदापहाड़ स्टेशन क्षेत्र के पदापहाड़ ग्राम में हजारों ग्रामीण प्रतिदिन अपनी दैनिक आवश्यकता की वस्तु खरीदने, दैनिक मजदूरी करने, तथा स्कुल कॉलेज आने जाने तथा अस्पताल आने जाने के लिए रेलवे लाईन पार कर आवागमन करते है, जहां पदापहाड़ रेल स्टेशन से बड़ाजामदा रेल तथा बासपानी रेल का जंक्शन है जहां से दोनों ओर से प्रतिदिन सैकड़ों मालवाहक रेलगाड़ी और यात्री रेलगाड़ी आना जाना करती है.
ग्रामीणों की कठिनाई बढ़ी
देश आजादी के बाद जब इस पदापहाड़ स्टेशन से रेल परियोजना को ले जया गया तो पदापहाड़ की खेतीहर जमीन और मकान को रेल प्रबंधन द्वारा उस समय लिया गया तथा डांगुवापोसी-बासपानी सिंगल लाईन से डबल लाईन बनाने के लिए पदापहाड़ ग्राम वासियों का जमीन लिया गया, जिसका आज तक सभी लोगों को जमीन की मुआवजा तथा नौकरी नहीं दिया गया है. पिछले दिनों दिसम्बर 2022 के दूसरी सप्ताह में इस मानवरहित रेल क्रोसिंग से चार चक्का वाहन फंस जाने के कारण आवागमन के दौरान रेल गाड़ी द्वारा ठोकर लगने से दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इसी दिन से रेल प्रबंधन द्वारा दोनों में से एक मानव रहित रेल क्रोसिंग जिसमें ग्रामीण किसी तरह आवागमन करते थे, उसके सामने भी बड़े-बड़े गढ़े खोद कर बंद कर दिया गया है जिससे ग्रामीणों की कठिनाई और भी बढ़ गई है.
रिपोर्ट: संतोष कुमार, चाईबासा
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