रांची(RANCHI): झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा आज प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के सहयोग से प्रशिक्षण और प्लेसमेंट प्रकोष्ठ, सीयूजे द्वारा आयोजित किया गया था. इस दौरान खादी और ग्रामोद्योग आयोग, रांची के सहायक निदेशक राजीव कुमार ने विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ बातचीत की. उन्होंने पीएमईजीपी की विशेषताओं और झारखंड में उद्यमी बनने के लिए इस कार्यक्रम का लाभ कैसे उठाया जा सकता है, के बारे में चर्चा की. उन्होंने यह भी बताया कि झारखंड में इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं.
झारखंड में उद्यमिता की आवश्यकता पर डाला गया प्रकाश
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. भास्कर सिंह द्वारा कार्यक्रम के परिचय से हुई जिसके बाद सीयूजे की मुख्य प्रशिक्षण और प्लेसमेंट अधिकारी डॉ. डी. बी. लता द्वारा अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता रिसर्च और डेवलपमेंट के डीन प्रो. ए.के. पाढ़ी ने की. उनके साथ डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. मनोज कुमार और डीन स्कूल ऑफ नेचुरल साइंसेज प्रो. ए.सी. पांडे भी थे. प्रो पाढ़ी ने इस कार्यक्रम के लिए भारत के प्रधान मंत्री के प्रयासों की सराहना की. प्रो. कुमार और प्रो. पाण्डेय ने झारखंड में उद्यमिता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला.
300 से ज्यादा छात्रों ने लिया भाग
आयोजन के दौरान, छात्रों ने कई प्रश्न पूछे जिनका समाधान केवीआईसी के सहायक निदेशक राजीव कुमार ने किया. इस कार्यक्रम में करीब 300 विद्यार्थियों ने भाग लिया. कार्यक्रम में सभी डीन, प्रमुख, वित्त अधिकारी, निदेशक आईक्यूएसी (आई/सी), संपदा अधिकारी और अन्य फैकल्टी ने भाग लिया. इस दौरान प्रशिक्षण और प्लेसमेंट प्रकोष्ठ के सदस्य डॉ. सुदर्शन यादव और डॉ. नितेश भाटिया भी उपस्थित थे. धन्यवाद ज्ञापन डॉ. कुलदीप बौद्ध ने किया.
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