टीएनपी डेस्क(TNP DESK):हल्दी एक ऐसा मसाला है, जिसको हर घर के किचन में रोजाना इस्तेमाल किया जाता है, जिसको सब्जी दाल आदि में डाला जाता है, हल्दी जहां खाने का स्वाद बढ़ाती है तो वहीं इसमे कई एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज भरपूर होता है, जो स्किन केयर में भी इस्तेमाल किया जाता है. वहीं हल्दी में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज, एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो मौसमी बीमारियों से जैसे, इंफेक्शन, सर्दी-खांसी,गले में खराश से लड़ने में हेल्प करती है.
जानें हल्दी खाने की सही मात्रा
आपको बताये कि कोई चीज कितना भी फायदेमंद हो, लेकिन जब आप हद से ज्यादा उसका सेवन करने लगते है, तो वो आपके लिए नुकसान ही करता है, उसी तरीके से हल्दी यदि आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, तो वहीं यदि आप इसका ज्यादा किसी भी चीज के अधिक सेवन का नुकसान भी होता है. ऐसे ही हल्दी के भी कुछ फायदे हैं तो अधिक सेवन के नुकसान भी हैं, तो आज हम आपको इस आर्टिकल में बतायेंगे कि एक दिन में हल्दी को कितनी मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए ये बतायेंगे.
गठिया के रोगियों के लिए हल्दी है वरदान
आपको बताये कि हल्दी में पावरफुल कम्पाउंड करक्युमिन पाया जाता है, जो दर्द को कम करने में मदद करता है.वहीं आपको बताये कि हल्दी ऑस्टियोअर्थराइटिस के दर्द को भी कम करने में हेल्प करती है, जो खासकर गठिया की बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए हल्दी का सेवन काफी अच्छा माना जाता है, क्योंकि यह इंफ्लेमेशन को कम कर देता है.
ज्यादा हल्दी का सेवन पहुंचा सकता है नुकसान
वहीं आपको बताये कि हल्दी का ज्यादा इस्तेमाल भी आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है. क्योंकि हल्दी में एल्कलॉएड्स और प्यूरिफाइड करक्युमिन होते हैं, जो अर्क टॉक्सिक भी हो सकता है. आयुर्वेद में हल्दी गर्म मसाला कहा गया है, इसलिए जिन लोगों को भी पित्त से जुड़ी समस्याएं जैसे ब्लीडिंग डिजीज है उन्हे सीमित मात्रा में ही हल्दी का उपयोग करना चाहिए.
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