रांची (RANCHI): झारखंड विधानसभा का सत्र 26 जुलाई से शुरू हो रहा है यह मानसून सत्र है मानसून सत्र 6 दिवसीय है. सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ बैठक की. मानसून सत्र के दौरान सुरक्षा समिति सभी तरह की व्यवस्था अच्छी हो, इसके लिए निर्देश दिए गए. इसके बाद सर्व दलीय बैठक भी बुलाई गई जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए. परंतु इस बैठक में भाजपा विधायक दल के नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी शामिल नहीं हो पाए.
क्यों नहीं बैठक में शामिल हो पाए नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष को भी इस बैठक में मौजूद रहना चाहिए सदन की कार्यवाही में सत्ता पक्ष और विपक्ष की समान भूमिका होती है. भाजपा विधायक दल के नेता और विधानसभा में नेता विरोधी दल को इस बैठक की कोई सूचना नहीं थी. वैसे अमर कुमार बाउरी 2 दिन से दिल्ली में थे लेकिन उन्हें किसी तरह की सूचना ना तो पत्र के माध्यम से मिली और ना ही कोई फोन आया. जबकि विधानसभा सचिवालय के द्वारा इसकी सूचना समय पर दी जाती रही है.
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने क्या कहा जानिए
भाजपा विधायक दल के नेता और विधानसभा में विरोधी जल के नेता अमर कुमार बावड़ी ने कहा कि उन्हें किसी प्रकार की सूचना इस बैठक के बारे में नहीं थी उन्होंने कहा कि संभवत सरकार विपक्ष के बगैर यस सत्र संचालित करना चाहती है. उन्होंने इस बात पर आक्रोश जताया कि उन्हें किसने सूचना नहीं दी. यह जांच का विषय है. विधानसभा अध्यक्ष से उन्होंने आग्रह किया कि पूरे मामले की जांच होनी चाहिए.
जानिए विधानसभा के इस अंतिम सत्र के बारे में
झारखंड विधानसभा का यह पांचवा कार्यकाल चल रहा है जो अब अपने अंतिम पड़ाव पर है. कुछ ही महीने बाद झारखंड में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. इस लिहाज से मानसून सत्र वर्तमान विधानसभा का अंतिम सत्र हो सकता है. यह मानसून सत्र 2 अगस्त तक चलेगा.29 अगस्त को प्रथम अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा. विपक्ष के तेवर से तो ऐसा लगता है कि यह सत्र हंगामेदार होगा.हेमंत सरकार को घेरने की पूरी कोशिश होगी.
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