रांची(RANCHI): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खेलो इंडिया का मंत्र देकर खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का एक सपना देखा था, उनकी सोच थी, इस प्रकार के कार्यक्रमों से खिलाड़ियों की प्रतिभा को सम्मान मिलेगा. उनके हौसले बुलंद होंगे. लेकिन तब क्या कहा जाय जब इस खेल महोत्सव में खिलाड़ियों की हिस्सेदारी कम बार बालाओं की भागीदारी कुछ ज्यादा ही होने लगे.
18 और 19 मार्च को जियलगोरा स्टेडियम में हुआ था दो दिवसीय सांसद खेल महोत्सव का आयोजन
दरअसल 18 और 19 मार्च को धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह के द्वारा जियलगोरा स्टेडियम में दो दिवसीय सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया गया था. माना जा रहा था कि इस अवसर पर जिले के खिलाड़ियों का जमघट लगेगा, खेलों से जुड़ी कार्यक्रमों का आयोजन होगा. लेकिन आरोप है कि इस आयोजन में खिलाड़ियों की हिस्सेदारी कुछ ज्यादा ही कम और बार बालाओं की भागीदारी सामान्य से कुछ ज्यादा हो गयी.
सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर बार बालाओं का डांस
खेल महोत्सव के बाद 18 मार्च को ही जियलगोरा स्टेडियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. लेकिन दावा किया जा रहा है कि इस सांस्कृतिक कार्यक्रम से कम से कम खिलाड़ियों और खेल की संस्कृति का कोई सरोकार नहीं था, सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर बेहद ही अश्लील और फुहड़ तरीके से बार बालाओं का डांस परोसा गया. और तो और बार बालाओं के साथ कुछ भाजपा नेता भी ठुमके लगाते देखे गयें. और खास बात यह रही कि यह सब कुछ भाजपा सांसद पीएन सिंह की उपस्थिति में हुई.
कार्यक्रम को लेकर अब हमलावर हुई कांग्रेस
अब कार्यक्रम का वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस इस मामले को हाथ से गंवाने को तैयार नहीं है, कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिंहा ने कहा कि खेल महोत्सव के दौरान परोसी गई अश्लीलता ने भाजपा के असली चाल चरित्र को सामने ला दिया है. जो अब कई खुबसुरत नारों की आड़ में छुपा हुआ था. वैसे यहां यह भी बता दें कि इन तमाम आरोपों पर भाजपा की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है.
4+