रांची(RANCHI): मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को जल्द सरकार विधानसभा के मॉनसून सत्र में पेश कर इसे राज्यपाल के पास भेजेगी. इसे लेकर पूरी तैयारी कर ली गई. सरकार की ओर से इस एक्ट पर नागरिकों से आपत्ति और सुझाव मांगा गया है. जिसके बाद प्रवर समिति में चर्चा किया जाएगा और विधानसभा को पूरी रिपोर्ट दी जाएगी. बता दे कि झारखंड में लंबे समय से चिकित्सक मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग कर रहे है. सदन में बजट सेशन के दौरान मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट का बिल पेश किया गया था. जिसके बाद इसे प्रवर समिति में समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री के आग्रह पर विधानसभा अध्यक्ष ने भेजा था. अब चिकिसकों में उम्मीद जगी है कि जल्द ही उनके सुरक्षा का बिल कानून बन जाएगा. जिससे वह निर्भीक होकर लोगों की सेवा कर सके.
बजट सेशन में सदन में इस प्रस्ताव के आने के बाद कई विधायको ने इस पर सवाल उठाया था.विधायकों का मानना था कि इस बिल का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है,जिससे गरीब लोगों को परेशानी होगी.जिसके बाद विधायकों के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने इसे स्पीकर से प्रवर समिति में भेजने का आग्रह किया था.
मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सदन में बताया था कि जनता और चिकित्सक दोनों का ख्याल रखा जा रहा है. जितना जरूरी जनता का इलाज है उतना ही जरूरी डॉक्टरों की सुरक्षा है.उन्होंने कहा था कि इस बिल में पूरी तरह से जनता और डॉक्टर के बारे में सोच कर लाया गया है.
प्रवर समिति में बिल जाने की सूचना मिलते ही IMA में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है. IMA लंबे समय से इसे लेकर आंदोलन करता रहा है.कैसे डॉक्टर सुरक्षित रहे इस पर कई बार मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कर चुके है. लेकिन अब इनके इन्तेजार खत्म होने वाले है.
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