जैक 2026 परीक्षा शुल्क में बढ़ोतरी, छात्रों की जेब पर बढ़ा बोझ


रांची (RANCHI): झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने 2026 की परीक्षाओं के लिए शुल्क में बदलाव किया है. अब छात्रों को पंजीकरण और परीक्षा फॉर्म भरते समय अतिरिक्त फीस देनी होगी. पहली बार JAC ने ऑनलाइन फॉर्म भरने पर अलग शुल्क लगाया है. नई व्यवस्था के अनुसार, पंजीकरण फॉर्म और परीक्षा फॉर्म के लिए 30-30 रुपये ऑनलाइन प्रोसेसिंग फीस ली जाएगी. यह राशि केवल ऑनलाइन प्रक्रिया के नाम पर जोड़ी गई है. करीब आठ साल से JAC की सभी आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है, लेकिन अभी तक इसके लिए छात्रों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता था.
8 लाख छात्र प्रभावित, JAC को मिलेगा अतिरिक्त राजस्व
इस नई फीस से राज्य के लगभग आठ लाख विद्यार्थी प्रभावित होंगे. अनुमान है कि इस शुल्क से परिषद को पांच करोड़ रुपये से अधिक की राशि मिलेगी. यह फीस मैट्रिक, इंटर, मदरसा, मध्यमा, वोकेशनल और प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण परीक्षा में लागू होगी.
शिक्षक संघ ने किया विरोध, पूछा, जब फॉर्म नहीं मिलता, शुल्क क्यों
झारखंड प्लस टू शिक्षक संघ ने इस निर्णय पर आपत्ति जताई है. संघ के संरक्षक सुनील कुमार ने कहा कि जब अब छात्रों को कोई प्रिंटेड फॉर्म नहीं दिया जाता, तो ऑनलाइन आवेदन के लिए पैसे लेने का कोई कारण नहीं है. पहले फॉर्म मिलने पर उसकी फीस ली जाती थी. *उन्होंने कहा कि लगातार फीस बढ़ाना छात्रों पर अतिरिक्त बोझ डालने जैसा है.
पहले भी बढ़ी थी फीस, इस साल 20 रुपये और जोड़े गए
JAC पहले ही पंजीकरण और परीक्षा शुल्क में 20 रुपये बढ़ा चुका है. अब बिना फिजिकल फॉर्म दिए छात्रों से कुल 120 रुपये लिया जा रहा है. इससे छात्रों और अभिभावकों में नाराज़गी है. पहली बार लागू की गई यह ऑनलाइन प्रोसेसिंग फीस को JAC तकनीकी खर्च का हिस्सा बता रहा है, जबकि छात्र औरशिक्षक संगठन इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस पर और चर्चा और विरोध हो सकता है.
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