रांची(RANCHI): मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का की बर्खास्तगी की मांग लेकर भाजपा की ओर से विधान सभा के गेट पर प्रदर्शन किया गया. मुख्य मंत्री हाय-हाय, राजीव अरुण एक्का को बर्खास्त करों की नारेबाजी करते भाजपा विधायक सीएम हेमंत पर भ्रष्ट होने का आरोप लगा रहे थें. उनकी मांग पूरे मामले की सीबीआई जांच करवाने की थी. इस मौक पर भाजपा विधायक अनंत ओझा ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव पर ही भ्रष्टाचार का मामला होना इस बात का सबूत है कि भ्रष्टाचार की जड़े कितनी गहरी है. इसके साथ ही दूसरे अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप है. जब इस मामले की जांच सीबीआई को नहीं सौंपी जाती है, इसकी सच्चाई सामने आने वाली नहीं है.
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने जारी किया था वीडियो क्लिप
यहां हम बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एक वीडिया क्लिप जारी कर यह दावा किया था कि राजीव अरुण एक्का किसी विशाल चौधरी के निजी कार्यालय में सरकारी फाइलों का निपटारा कर रहे हैं. जिसके बाद आनन-फानन में सरकार ने एक्का का तबादला पंचायती राज विभाग में कर दिया था, साथ ही इस वीडियो क्लिपिंग को ईडी को भी सौंपा था, जिसके बाद ईडी ने एक्का को नोटिस जारी किया था. इस बीच राज्य सरकार ने इस मामले में एक न्यायिक आयोग का भी गठन किया है, जिसे इस पूरे मामले की जांच कर अगले छह महीने में इसकी जांच रिपोर्ट सौंपनी है.
सीबीआई जांच की मांग
लेकिन भाजपा की मांग राजीव अरुण एक्का को बर्खास्त कर पूरे मामले की सीबीआई जांच करवाने की है. उसका दावा है कि किसी भ्रष्ट अधिकारी को मात्र तबादला कर देना ही पर्याप्त नहीं है, और न्यायिक आयोग की का गठन मात्र मामले को टालने की कोशिश है. हालांकि सरकार का दावा है कि जैसे न्यायिक आयोग अपनी रिपोर्ट सौंपता है सरकार अपना कार्य करेगी, किसी एक वीडियो क्लिप के आधार पर सरकार किसी को दोषी कैसे ठहरा सकती है.
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