टीएनपी डेस्क : सही स्वास्थ्य के लिए आपके पेट का सही होना जरूरी है. आपके पूरे स्वास्थ्य को आपके पाचन की स्तिथि ही दर्शाती है. लेकिन आज कल के बदलते खानपान और बिगड़ती लाइफस्टाइल से सही पाचन क्रिया का होना मुमकिन नहीं. वहीं, बारिश के मौसम में तेल और मसाले से भरपुर चटपटा खाना हम बड़े शौक से खा लेते हैं, लेकिन इसका सीधा असर हमारे गट हेल्थ पर पड़ता है. जिससे खराब पाचन की समस्या से जूझना पड़ता है. खराब गट हेल्थ हमारे पाचन क्रिया के साथ साथ हमारे शरीर में इम्यून सिस्टम, एंडोक्राइन सिस्टम और नर्वस सिस्टम को भी प्रभावित करता है. बारिश के मौसम में हर तरफ बीमारी और संक्रमण फैलने का खतरा होता है. ऐसे में उचित खानपान के आभाव में बीमारी और हर तरह के संक्रमण हमारी आंतों पर अटैक करते हैं. जिससे हमारी गट हेल्थ भी बीमार हो जाती है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है.
क्या होता है गट हेल्थ
शरीर कि आंतों में मौजूद अच्छे और बुरे बैक्टीरिया गट हेल्थ कहलाते हैं. जब आंतों में बुरे बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं तो हमारा गट हेल्थ भी खराब होने लगता है. अच्छे स्वास्थ्य के लिए इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है. माइक्रोबायोटा पर निर्भर रहने वाला गट हेल्थ, हेल्दी माइक्रोबायोम से बेहतर रहती है. लेकिन बारिश में हमें इसका ज्यादा ध्यान रखने कि जरूरत है.
गट हेल्थ खराब होने के लक्षण
ऐसे रखे गट हेल्थ का ख्याल
तेल मसालों से भरपूर खाना खाने से बारिश के मौसम में ज्यादातर डायरिया होने का खतरा होता है. कई बैक्टीरिया ऐसे होते हैं जो इस मौसम में सीधा आपके पेट पर अटैक करते हैं. खराब खानपान के बाद डायरिया का दूसरा कारण गंदा पानी भी है. इसलिए इस मौसम में जितना हो सके साफ फ़िल्टर वाला पानी पियें और हो सके तो पानी को उबाल कर पियें. इस मौसम में ज्यादा मसाला, तेल और भुने हुए खाने से बचें. साथ ही अपनी डाइट में सुगर कि मात्रा को भी कम करें. जितना हो सके हरी सब्जियां और पोष्टिक खाने का चयन करें. गट हेल्थ को सही रखने के लिए प्रोबायोटिक से भरपूर आहार जैसे दही, छाछ और पनीर को खाने में शामिल कर सकते हैं. प्रोबायोटिक आपके आंतों मे हेल्दी बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करता है. मॉनसून में बीमारियों से बचने के लिए आप अदरक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. अदरक से बने काढ़ा, जूस आपकी पाचन के अलावा आपके गले की खराश, इम्यून सिस्टम और कई अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद करता है.
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