टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : सर्दी-जुकाम एक ऐसी बीमारी हैं जिन्हें लोग हल्के में लेते है. अक्सर लोगों को किसी न किसी वजह से ये होते रहता है. भले ही ये आम बीमारी है मगर ये छोटी समस्या नहीं हैं. किसी को भी ये होता है तो वो यही मान कर चलते है कि कुछ दिनों में ये ठीक हो जाएगा,और इसे अनदेखा कर देते है. ऐसे में कई बार यही बीमारी एक गंभीर रूप ले लेती है और फिर इसे ठीक करना मुश्किल हो जाता है. सर्दी-जुकाम अगर ज्यादा बढ़ जाए तो ये साइनस का रूप ले लेता है. साइनस हवा से भरी छोटी-छोटी खोखली गुहा रूपी संरचनाएं हैं जो नाक के आसपास, गाल व माथे की हड्डी के पीछे तथा आँखों के बीच के भाग में पैदा होने लगती है. इसके बढ़ने से इन हिस्सों पर सूजन आ जाती है. इसके होने से आप सिर दर्द या अपने चेहरे में दर्द और नाक बंद होने का अनुभव कर सकते हैं. ये समस्या जिसे बढ़ जाए उसे ये बेचैन कर देती है. जानिए इसके बारें में डिटेल्स.
जानिए इसके कितने प्रकार है
साइनस चार प्रकार के होते है. दोनो तरफ के चेहरे की हड्डी में मैक्सिलेरी साइनस, नाक के ऊपर माथे में फ्रंटल साइनस, आँखो के पास एथमोइड साइनस तथा पिछले हिस्से में बीचोंबीच दिमाग से सटा स्फेनॉइड साइनस. सभी के होने कि अलग-अलग समस्या है, और इसके उपचार भी उसी प्रकार है.
साइनस के लक्षण
घरेलू उपचार
भाप लें - साइनस के दर्द से निपटने के लिए स्टीम इनहेलेशन सबसे पुराना और शायद सबसे प्रभावी घरेलू उपाय है. भाप नाक के मार्ग को खोलने में मदद कर सकती है और साइनस के दबाव से राहत दिला सकती है.
पानी ज्यादा पियें - ऐसे समय में खुद को हाइड्रेट रखना सबसे महत्वपूर्ण घरेलू उपाय है। साइनस के दर्द से राहत पाने के लिए आप गर्म पानी पी सकते है.
नींद पूरी लें : साइनस के दर्द से खुद को बचाने के लिए आपको तनाव से दूर रहने की जरूरत है. ऐसे में जरूरी है की आओ प्रयप्त नींद लें.
गर्म सेक करें - गर्म पानी में एक तौलिये को डुबोकर नाक और गालों के पुल पर रखने से तुरंत राहत मिलती है.
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