टीएनपी डेस्क(TNP DESK): 'गोरी तेरा गांव बड़ा प्यारा, मैं तो गया मारा आ के यहां रे', तेरे आने से सज गई हमरी ये टूटी फूटी नाव', 'चांद जैसे मुखड़े पर बिंदिया सितारा' ऐसे कई हिंदी गाने हैं जिसे येसुदास ने अपनी आवाज दी. आज भी यह गाने अनमोल और बेहतरीन हैं. येसुदास ने ना सिर्फ हिंदी फिल्मों में गाने दिए बल्कि उन्होंने मलयालम, कन्नड़, तेलुगू, तमिल, ओडिय़ा, बांग्ला, मराठी जैसी भाषाओं में भी गाने गाए.
येसुदास का पूरा नाम कट्टाशेरी जोसेफ येसुदास है. उनका जन्म 10 जनवरी, 1940 को केरल में हुआ, अभी वे 83 साल के हैं. उन्होंने आज भी संगीत का साथ नहीं छोड़ा है. बढ़ती उम्र उनके इस काम में बाधा नहीं बनी है. पिछले छह दशक तक उनका यह गायकी का सफर चलता रहा है. उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं उन्होंने 1 दिन में 11 गाने अलग-अलग भाषाओं में गाए. वहीं, येसुदास की आवाज एक अलग मिठास रखती है उनकी आवाज का कोई जोड़ नहीं हो सकता ऐसा लगता है की स्वर की देवी सरस्वती उनके गले में विराजती हैं. उन्होंने अलग-अलग भाषाओं में 80000 से अधिक गाने गाए हैं. हर तरह के गाने उन्होंने अपनी मधुर आवाज से सजाए हैं उनके कई एल्बम भी प्रकाशित हुए. येसुदास का एक अलग सम्मान संगीत की दुनिया में है. जन्मदिन के मौके पर उनके प्रशंसक उनके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना करते हुए बधाई देते हैं.
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