एनकाउंटर और बुलडोजर से दहशत में दंगाई और गैंगस्टर! बवाल के बीच ऑपरेशन ‘बाबा’ जारी, कम हो गया अपराध

रांची (RANCHI) : झारखंड में गैंगस्टर और संगठित गिरोह पर लगाम लगाने के लिए यूपी मॉडल पर झारखंड पुलिस आगे बढ़ चुकी है, जिसका परिणाम भी दिखने लगा है. पिछले 15 दिनों में आपराधिक घटनाओं में कमी आई है. साथ ही रंगदारी के भी मामले ना के बराबर सामने आए हैं. पुलिस के इस मॉडल से एक और जहां कारोबारी ठेकेदार और बिल्डर चैन की सांस ले रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर अपराधी और गैंगस्टर डर के साए में छुप कर बैठे हुए हैं.
झारखंड में एनकाउंटर की शुरुआत 11 मार्च से हुई, जब झारखंड के अमन चैन को बिगाड़ने वाले अमन साहू को ही पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. उसके बाद एक ट्रेंड सा शुरू हुआ और फिर बुलडोजर का एक्शन दिखा तो फिर अपराधी को पुलिस ने पकड़ने के बाद गोली मार दिया तो कहीं सड़क पर परेड करते हुए कोर्ट तक लेकर गए. उसके बाद फिर जमशेदपुर में मुख्तार अंसारी का शूटर अनुज कनौजिया को मार गिराया. यूपी एसटीएफ के साथ एक ऑपरेशन किया और यूपी स्टाइल में ही अंधाधुंध गोलियां चलाई, जिसमें कुख्यात शूटर अनुज कनौजिया को मार गिराया. इस दृश्य को जिसने भी देखा वह चौंक गया कि कैसे अब झारखंड में एनकाउंटर की शुरुआत हुई जो अब रुकने का नाम नहीं ले रही है.
अगर देखें तो झारखंड में विधि व्यवस्था में नक्सलियों से ज्यादा संगठित गिरोह चुनौती बनकर सामने आए थे. एक के बाद एक घटना को अंजाम देकर खुलेआम घूम रहे थे तो कोई जेल से ही अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा था. जेल से एक इशारा होते ही कहीं भी घटना घट जाती थी. इसको देखते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाई लेवल मीटिंग की और सख्त लहजे में डीजीपी को आदेश दिया कि झारखंड में शांति बहाल कीजिए जिससे कोई भी कारोबारी बिना डर और भय के कारोबार कर सके. जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई और ताबड़तोड़ ऑन स्पॉट फैसला करना शुरू कर दिया.
कुछ एनकाउंटर और बड़ी कार्रवाई पर नजर डालें तो यह बताने के लिए काफी होगा कि कैसे यूपी मॉडल पूरी तरह से झारखंड में शुरू हो गया है सबसे पहले 11 मार्च का दिन झारखंड में हमेशा याद रखा जाएगा, क्योंकि एक कुख्यात अपराधी डॉन अमन साहू का एनकाउंटर हुआ. इसके दूसरे दिन यानी 13 मार्च को अमन साहू के गुर्गे को रांची में पकड़ा उसके बाद उसके पैर में गोली मार दी और फिर उसी हाल में पैदल परेड कराया और आम लोगों में संदेश देने की कोशिश की गई कि यह वही गैंगस्टर है, जो दहशत फैलता था. देखिए कैसे लंगड़कर लड़खड़ाते कदम के साथ चल रहा है. फिर नामकुम में होली के दौरान एक युवक की हत्या कर दी गई हत्या में जमकर बवाल हुआ लेकिन पुलिस का एक्शन यहां भी देखने को मिला और सीधा आरोपी के दुकान पर बुलडोजर लेकर पहुंच गए. मिनट में दो दुकान को जमीनदोंज कर दिया.
यह मामला अभी ठंडा ही नहीं हुआ था की रांची के कांके चौक पर बाइक सवार अपराधियों ने टाइगर अनिल को गोली मार मार दिया. जिसके पास पुलिस ने तुरंत आरोपी को पड़कर उसको भी पैर में गोली मार दी.
हेडक्वार्टर डीएसपी अमरकांत पांडे ने खुद बताया झारखंड में जो भी उत्पात मचाएगा, जो भी अपराध के राह पर जाएगा और कानून को अपने हाथ में लेगा अब उसपर कानून के शिकंजे के साथ-साथ उसके आर्थिक तंत्र को तोड़ने की कोशिश रहेगी. जिससे कोई दूसरा आपराधिक घटनाओं में शामिल न हो.
फिलहाल झारखंड में गैंगस्टरों के सफाई के लिए तो यूपी मॉडल कारगर साबित हो रहा है अब देखना होगा कि आखिर कब तक इसी राह पर पुलिस चलेगी. एनकाउंटर्स और पुलिसिया कार्रवाई को देखकर यही लगता है कि अब झारखंड अमन चैन की दिशा में आगे बढ़ेगा. झारखंड में अब खुशहाली आएगी.
रिपोर्ट-समीर
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