रांची (RANCHI): झारखंड में साइबर अपराध से जुड़े मामले लगातार सामने आ रहे है. कम उम्र के युवा ज्यादा पैसे की लालच में साइबर अपराध की दुनिया में कदम रखते है. और झारखंड के साथ दुसरे राज्यों के लोगों को इसका शिकार बनाते है. लेकिन साइबर अपराधियों के बढ़ते हौसले को देख पुलिस भी सतर्क और चौकन्ना हो गई है. इसी कड़ी में रांची पुलिस ने रांची के गोंदा थाना से दो साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. पुलिस को सूचना मिली की दो युवक डैम साइट में पनाह लिए हुए है. सूचना के सत्यापन के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
आंध्र प्रदेश के कारोबारी से की थी 49 हजार की ठगी
जानकारी देते हुए रांची सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि दोनों साइबर अपराधियों ने आंध्र प्रदेश के एक कारोबारी से भी 49 हजार रुपए ठगी की थी. ठगी होने के बाद आंध्र प्रदेश के कारोबारी ने साइबर क्राइम पोर्टल नंबर 1930 के जरिए शिकायत भी दर्ज कराई थी, जब ठगी वाले नंबर को सीआईडी के एप प्रतिबिंब पर डाला गया तो उसका लोकेशन रांची निकला. लोकेशन रांची आने पर तुरंत साइबर और रांची पुलिस अलर्ट हो गई और लोकेशन के आधार पर गोंदा थाना क्षेत्र के डैम साइड पहुंच गई. इस दौरान सस्पेक्ट के लगातार मूव करने की सूचना पुलिस को मिल रही थी.
पहले भी खा चुके है जेल की हवा
जिसके बाद शक के आधार पर एक सफेद रंग की कार को पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस को देखकर कार सवार फरार होने की कोशिश करने लगे. बाद में पुलिस ने कार का पीछा कर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. जिनकी पहचान कुख्यात साइबर अपराधी पवन मंडल और मंटू मंडल के रूप में हुई है. दोनों साइबर अपराधी सगे भाई हैं और कई बार साइबर ठगी के मामले में जेल भी जा चुके हैं.
पुलिस ने यह समान किया बरामद
गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 22 हजार नगद ,कई बैंकों के एटीएम, बैंक पासबुक, भारी मात्रा में सिम कार्ड और एक दर्जन मोबाइल बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार दोनों अपराधी उत्तर प्रदेश में भी पूर्व में गिरफ्तार किए गए थे और जेल की हवा खा चुके हैं. गिरफ्तार दोनों साइबर अपराधी झारखंड के गिरिडीह के रहने वाले हैं. जानकारी देते हुए रांची सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों से पूछताछ की जा रही है. जल्द ही पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करेगी.
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