धनबाद(DHANBAD): साइबर अपराधियों की एक अजीब करतूत धनबाद साइबर थाने में दर्ज हुई है. यह सब किया गया है एक शिक्षक के साथ. शिक्षक को तरह-तरह से डरा धमका कर उसे 24 घंटे तक घर में डिजिटल अरेस्ट किया गया और फिर लगभग 10 लाख रुपए की ठगी कर ली गई है. तोपचांची के शिक्षक को सब कुछ हो जाने के बाद पता चला कि उनके साथ ठगी हुई है .तो उन्होंने साइबर थाने में इसकी शिकायत की है.
जानिए पूरा मामला
जानकारी के अनुसार शिक्षक को घर में 24 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर 9 लाख 70 हजार रुपए ठग लिए गए हैं. शिक्षक की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर धनबाद साइबर थाने की पुलिस छानबीन में जुट गई है. शिक्षक ने पुलिस को बताया है कि एक नवंबर की दोपहर 12 बजे उन्हें एक अनजान नंबर से फोन आया. फोन करने वाले ने अपना परिचय मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी के रूप में दिया. उसने कहा कि मेरे सीनियर आपसे बात करेंगे. उसके बाद साइबर अपराधी ने अपने सीनियर को फोन दे दिया. फोन करने वाले ने भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे महाराष्ट्र के एक चर्चित नेता का नाम लेते हुए कहा कि आपका संबंध उस नेता से है. टेरर फंडिंग के माध्यम से कमाए गए करोड़ों रुपए आपके बैंक खातों में रखे गए हैं. ठग ने यह भी कहा कि एक यौन प्रताड़ना के मामले में आपके मोबाइल फोन का उपयोग किया गया है. और कई तरह से शिक्षक को धमकाया गया. शिक्षक को और अधिक डराने के लिए साइबर अपराधियों ने कई जाली नोटिस और कागजात भी उनके व्हाट्सएप पर भेजें. इसके बाद शिक्षक उनके जाल में फंसते चले गए. उन्हें यह भी कहा गया कि यदि वह घर से निकलेंगे तो उनकी हत्या भी हो सकती है. ठग की बात सुनकर शिक्षक और अधिक डर गए. उनके झांसे में आकर शिक्षक ने 2 नवंबर को उनके बताए बैंक खाते में रुपए ट्रांसफर कर दिए. रुपए ट्रांसफर होते ही ठग ने फिर संपर्क किया और शिक्षक से और रुपए मांगे. शिक्षक के पड़ोसी को जब यह सब पता चला तो उन्होंने ठगी की आशंका जताई. इसके बाद शिक्षक को भी ठगे जाने का एहसास हुआ और वह साइबर थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया.
नया नया तरीका अपनाकर साइबर अपराधी करते हैं ठगी
इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही है .साइबर अपराधी अपना ढंग और तरीका बदलकर लोगों को डरा धमका रहे हैं. उन्हें ठग रहे हैं. कभी कहते हैं कि आपका आदमी फला थाने में हिरासत में है. अगर उसे छुड़ाना है तो पैसे भेजिए. बहुत लोग तो समझ जाते हैं लेकिन अभी भी कई लोग ठगी के शिकार हो जा रहे है. धनबाद के बगल के जिले जामताड़ा से शुरू हुआ साइबर ठगी का यह अपराध अब पूरे देश में फैल गया है. पुलिस डाल-डाल चल रही है तो साइबर अपराधी पात पात चल रहे हैं. अधिकारियों के फेक व्हाट्सएप आईडी बना कर भी धमकाते हैं .अभी हाल ही में यह सूचना आई थी कि धनबाद में संचालित बीसीसीएल के सीएमडी के नाम पर फर्जी आईडी बनाकर लोगों के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज भेजे जा रहे हैं.इसके पहले झारखंड के कई आईएएस अधिकारियों के नाम पर भी फेक आईडी बनाए गए थे. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि साइबर अपराधी अब बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं. लोगों को भी सचेत होने की जरूरत है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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