दुमका(DUMKA): आखिरकार दुमका पुलिस ने जमशेदपुर के गैंगस्टर अमरनाथ सिंह हत्याकांड का खुलासा कर दिया. हत्याकांड के दो आरोपियों को दुमका पुलिस ने टाटानगर जंक्शन से गिरफ्तार किया और कोर्ट में प्रस्तुत कर दुमका लाई. समाहरणालय स्थित एसपी सभाकक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने पूरे मामले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि घटना का मास्टरमाइंड राजा शर्मा है जो पुलिस गिरफ्त से बाहर है.
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा इस बात को स्वीकार किया गया कि अमरनाथ सिंह और राजा शर्मा के बीच जमीन के कारोबार में हमेशा तकरार होती थी. अमरनाथ सिंह द्वारा राजा शर्मा को परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई थी. इसी बीच राजा शर्मा को जब पता चला कि अमरनाथ सिंह अपने परिजनों के साथ देवघर और बासुकीनाथ पूजा करने गया है तो घात लगाकर राजा शर्मा और उसके गिरोह द्वारा बासुकीनाथ के नंदी चौक के समीप 27 जुलाई की रात अमरनाथ सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. एसपी ने बताया कि इस मामले में 6 लोगों की संलिप्तता सामने आई है, जिसमें दो आरोपी दीपक चौधरी और अभिषेक सिंह को हथियार और जिंदा कारतूस के साथ 31 जुलाई को जमशेदपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर आर्म्स एक्ट के मामले में जेल भेज दिया जबकि एक अन्य आरोपी उत्तम महतो जमशेदपुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया
दुमका पुलिस लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही थी. इसी बीच में सूचना मिली कि विशाल सिंह और अजीत मंडल टाटानगर जंक्शन से ट्रेन से बाहर भागने की फिराक में है. पुलिस सक्रिय हुई और सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए टाटानगर जंक्शन से दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. अमरनाथ को गोली विशाल सिंह ने मारी थी. एसपी ने कहा कि इस हत्याकांड के उद्भेदन में शामिल पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को पुरस्कृत करने की अनुशंसा वरीय पदाधिकारी से की जाएगी.
रिपोर्ट: पंचम झा
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