धनबाद(DHANBAD): हैवानियत की इंतेहा,धनबाद के चिरकुंडा में रिश्ते का क़त्ल. क्या आप भरोसा कर सकते हैं कि सगे चाचा ने मामूली विवाद पर अपने 3 वर्षीय भतीजे की हत्या करने के बाद उसकी लाश को जंगल में जानवरों के नोंचने के लिए फेंक दिया हो. ऐसा करने वाले को आप क्या कहेंगे, मनुष्य या राक्षस. ऐसी ही एक घटना धनबाद के चिरकुंडा में घटित हुई है. कुमारधुबी कोलियरी झोपड़पट्टी में सगे चाचा ने 3 साल के भतीजे की गला घोट कर हत्या कर दी और उसे जंगल में फेंक दिया. रविवार से ही बच्चा लापता था. बुधवार की सुबह बच्चे की लाश क्षत -विक्षत हालत में कुमारधुबी कोलियरी के बंद पड़े इनक्लाइन के पास के जंगल से बरामद किया गया. सूचना पर पुलिस पहुंची और लाश को कब्जे लिया. जानवर बच्चे की लाश को नोंच खाये थे. यह हत्या कोई और नहीं, बल्कि बच्चों के चाचा पिंटू राम ने की थी. पिंटू की निशानदेही पर ही पुलिस ने लाश को बरामद किया. बच्चे के पिता के बयान पर चाचा पिंटू के खिलाफ हत्या की प्राथमिक चिरकुंडा थाना में दर्ज कराई गई है. परिजनों के अनुसार दोनों भाई दिहाड़ी मजदूर का काम करते है.
मामूली विवाद पर कर दी भतीजे की हत्या
दोनों भाइयों के बीच किसी बात पर विवाद हुआ. थोड़ी देर बाद शैलेश राम के इकलौते पुत्र को गोद में लेकर उसका भाई पिंटू खेलने लगा. फिर उसे लेकर बाहर निकल गया. देर रात पिंटू अकेला ही घर लौटा. शैलेश व अन्य परिजनों ने बच्चे के बारे में पूछा तो उसने कुछ भी नहीं बताया. परिजनों ने रात भर बच्चे को ढूंढा लेकिन कुछ पता नहीं चला. नहीं मिलने पर चिरकुंडा थाना पहुंचकर पिंटू पर हत्या का आरोप लगाकर शिकायत दर्ज कराइ. पिंटू से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली. उसने बताया कि बच्चे का गला घोट कर मार दिया है. इधर, बच्चे का शव जंगल में पड़े होने के कारण जंगली जानवरों ने उसके सिर, हाथ, पांव एवं गले को नोंच कर खा गए थे. इस लोमहर्षक घटना को जिसने भी सुना -जाना माथा पीट लिया. मासूम बच्चे पहले भी पुरानी रंजिश, संपत्ति के लालच और फिरौती वसूलने के चक्कर में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की हैवानियत का शिकार होते रहे है. वारदात को अंजाम देने वाले आपराधिक प्रवृत्ति के लोग पुलिस द्वारा पकड़े जाते हैं, लेकिन मासूम बच्चों के परिजन अपना दर्द जिंदगी भर नहीं भूल पाते है. मां के ही हैवानियत की इंतेहा अभी गोवा में भी देखने को मिली.
गोवा में मां ने ही की चार साल के बेटे की हत्या
अभी हाल ही में गोवा में मां ने ही एक 4 साल के बच्चे की हत्या कर दी. मां ने बच्चे का गला घोट था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट यह बताती है कि हत्या करने के लिए बच्चों की गर्दन दबाई गई होगी. इसके लिए तकिया या किसी दूसरे चीज का इस्तेमाल किया गया होगा. मृत बच्चे के चेहरे की नसें बाहर निकली हुई थी लेकिन शरीर पर खून के कोई निशान नहीं थे. बात इतनी नहीं थी. माँ ने गोवा में बेटे की हत्या की और फिर उसके शव को बैग में डालकर टैक्सी से पड़ोसी राज्य कर्नाटक चली गई. जहां से उसे गिरफ्तार किया गया. जिस मां ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया, वह एक कंपनी की सीईओ थी. ऐसी घटनाएं लोगों को सोचने पर विवश कर रही है कि आखिर यह सब हो क्यों और कैसे रहा है. इस मां ने तो इस कहावत को भी झुठला दिया है कि पुत्र कुपुत्र हो सकता है, लेकिन माता कुमाता नहीं हो सकती.
धनबाद (निरसा )से विनोद सिंह की रिपोर्ट
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