रांची(RANCHI): मेन रोड में तीन दिन पहले हुए छोटू रंगसाज की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. छोटू की हत्या की रणनीति से लेकर वारदात को अंजाम देने की योजना अपने साथियों के साथ मिलकर फिरदोस खान ने रचा था. हत्या के बाद लगातार पुलिस से बचने के लिए इधर उधर भाग रहा था. लेकिन रांची पुलिस ने आरोपी फ़िरदौस को सलाखों के पीछे भेज दिया है. अब हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले शूटरों की तलाशी जारी है. अन्य अपराधियों की जल्द गिरफ़्तारी का दावा रांची पुलिस ने किया है. गिरफ्तार फ़िरदौस पर दर्जनों मामले विभिन्न थाना में दर्ज है. इस मामले का खुलासा रांची नगर अधीक्षक राज कुमार मेहता ने प्रेस वार्ता कर किया है.
सिटी एसपी ने कहा कि छोटू रंगसाज की हत्या बीच बाजार में की गई थी. छोटू रंगसाज गढ़वा जिला का मोस्टवांटेड अपराधी था. हत्या के बाद कोतवाली डीएसपी के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच शुरू किया गया. जांच के दौरान जानकारी मिली की फ़िरदौस खान जो गढ़वा का ही रहने वाला है इसके साथ पुरानी दुश्मनी है. साथ ही फ़िरदौस खान के भाई की हत्या का आरोप भी छोटू पर था. इसके अलावा कई दूसरे मामले को लेकर दोनों के बीच दुश्मनी थी. जिसे लेकर फ़िरदौस से अन्य साथियों के साथ मिल कर छोटू की हत्या की योजना बना कर गोलियों से भुनवा दिया.
गिरफ्तार फ़िरदौस खान पर गढ़वा जिले के साथ अन्य थाना में 14 से अधिक मामले दर्ज है. कई मामलों में जेल भी जा चुका है. फ़िरदौस खान खुद भी एक गैंग का संचालन करता था. छोटू की हत्या की पूरी रणनीति अपने साथियों के साथ मिल कर तय किया था. फिलहाल अब पुलिस इस मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए शूटरों की गिरफ्तरी के लिए छापेमारी कर रही है. शूटरों की गिरफ़्तारी के लिए रांची पुलिस गढ़वा और यूपी तक छापेमारी कर रही है. पत्नी के दर्ज बयान पर भी पुलिस आरोपियों को खोजने में लगी है. इस पूरे मामले का मास्टरमाइन्ड तो सलाखों के पीछे चला गया. लेकिन अब दोनो शूटर को गिरफ्तार करना एक बड़ी चुनौती है.
बता दे कि छोटू शनिवार को अपने परिवार के साथ डेली मार्केट कपड़ा मंडी में कपड़े की खरीददारी कर लौट रहा था. तभी घात लगाए बाइक सवार दो अपराधी ताबड़तोड़ दो गोलियां मार कर पिस्टल लहराते हुए भाग निकले. वारदात के बाद स्थानीय लोगों ने छोटू को अस्पताल पहुंचाया लेकिन उसने दम तोड़ दिया. इसके बाद पत्नी ने दावा किया कि कांटीटांड़ का मिन्टू और इरशाद ने गोली मारी है. सलमा ने बताया है कि मिन्टू और छोटू एक साथ काम करते थे. कुछ दिन पहले गढ़वा में बस स्टैन्ड के ठेके को लेकर कुछ विवाद हुआ था. इसी वजह से उनके पति की हत्या की गई है.
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