बक्सर(BUXAR): केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे पिछले कई दिनों से अपने संसदीय क्षेत्र बक्सर में है. जहां उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर उन्होंने ब्रह्मपुर में स्थित विश्व प्रसिद्ध गोकुल जलाशय योजना का निरीक्षण कर वृक्षारोपण किया. इस दौरान उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर फिर जोरदार राजनीतिक हमला बोला. उन्होंने कहा कि भागलपुर पुल का कमीशन खाए पलटू राम और उल्टू राम लेकिन वे लोग दोषी केंद्र सरकार को ठहरा रहे है. बिहार की जनता सब जानती है आने वाले चुनाव में जमता पलटू कर उल्टू राम को सही जवाब देगी .
अगुवानी पुल का कमीशन खाये है चाचा भतीजा
गंगा नदी पर निर्माणाधीन अगवानी पुल गिरने के मामले को लेकर मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि इस पुल का सारा माल ये चाचा और भतीजा खाए है. लेकिन वे लोग इसकी जिम्मेवार केंद्र सरकार को ठहरा रहे है. अगर वे लोग कमीशन नहीं खाये है तो क्यों नहीं सीबीआई से जांच कर लेते. सीबीआई में सब कुछ जांच करने की क्षमता है. लेकिन ये चाचा भतीजा बिहार में जंगल राज की स्थापना करना चाहते है. इस लिए ये लोग सीबीआई जांच नहीं कराएंगे.
23 जून के बैठक पर कसा तंज
वहीं महागठबंधन की 23 जून के होने वाले बैठक पर भी उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बैठक कर ले या गले मिल ले. बिहार की जनता इनको उलाटने के लिए पहले से ही तैयार बैठी हुई है. आखिर बिहार में एक ही अधिकारी को सभी विभाग का जिम्मेवारी क्यों दे दिया जा रहा है. इससे साफ हो जाता है कि जितना अधिक से अधिक कमीशन देने वाला अधिकारी होगा. उसी को यह सरकार सारा विभाग देगी और इसी भ्रष्टाचार की भेट आज बिहार की जनता झेल रही है.
गौरतलब है कि बिहार में 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टी के नेता पूरे जोर के साथ जनता को अपने पक्ष में लाने की तैयारी में लगे हुए है. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के नेता जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 9 साल के कार्यकाल को बेमिसाल बताते हुए, जनसंवाद कर रहे है. वही महागठबंधन के नेता 18 दलों के ताकत को एक जुट कर नरेन्द्र मोदी को चुनवती देने की तैयारी में लगे है. लेकिन दोनों की रणनीति कितना कामयाब होती है यह तो समय ही बताएगा .
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