मुजफ्फरपुर (MUJJAFARPUR) : स्वतंत्रता सेनानी अमर शहीद खुदीराम बोस की शहादत दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम मुजफ्फरपुर के खुदीराम केंद्रीय कारा में आयोजित हुआ. इस सभा के दौरान जिले की सभी वरीय पदाधिकारी वहां मौजूद थे. जिनमे श्री गोपाल मीणा पंकज कुमार सिन्हा और जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे. जिला प्रशासन द्वारा शहादत दिवस के उपलक्ष में कई आम जनों को भी शहीद स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने का मौका उपलब्ध कराया गया. जिसमें कुल 110 व्यक्तियों ने शहीद स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया.
जानिए आज के दिन क्या हुआ था
खुदीराम बोस भारतीय स्वाधीनता संग्राम में जान न्योछावर करने वाले प्रथम सेनानी माने जाते हैं. 11 अगस्त यानी आज के ही दिन मात्र 18 साल की उम्र में उन्होंने देश के लिए अपनी जान दे दी थी. वो आज के ही दिन फांसी के फंदे पर झूल गए थे. कोलकाता में किंग्सफर्ड मजिस्ट्रेट को बहुत ही क्रूर अधिकारी माना जाता था उस दौरान क्रांतिकारियों का मानना था कि वह अधिकारी देशभक्तों खासतौर पर क्रांतिकारियों को काफी तंग करता था. यही वजह रही की क्रांतिकारी ने उनकी हत्या का फैसला लिया. खुदीराम बोस उनकी हत्या की साजिश रच ली थी मगर हत्या के दौरान गलती से किंग्सफर्ड के बजाय उनकी मां और बेटी की मौत हो गई.
11 अगस्त को मिली सजा
खुदीराम बोस पर हत्या का मुकदमा चला उन्होंने अपने बयान में स्वीकार किया था कि हत्या की साजिश उन्होंने रची थी लेकिन इस बात का उन्हें काफी अफसोस है कि निर्दोष कैनेडी तथा उनकी बेटी गलती से मारे गए. इसी जुर्म 11 अगस्त 1908 में उन्हें फांसी के सजा सुनाई गई थी.
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