सहरसा(SAHARSA): बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक एक ओर जहाँ सरकारी स्कूलों की व्यवस्था सुधारने में लगे हैं और इसको लेकर स्कूलों में गुवत्तापूर्ण पठन - पाठन के लिए शिक्षकों को कई निर्देश भी जारी किया गया है. लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी इनके निर्देशों का पालन होता नही दिख रहा है. ऐसा ही एक मामला बिहार के सहरसा जिले से सामने आया है जहाँ स्कूल में बच्चों को पढ़ाने की बजाय क्लास रूम में गुरु जी (शिक्षक) दरी बिछाकर आराम फरमाते हुए नजर आ रहे हैं. जिसका विडियो इन दिनों वायरल हो रहा है.
पूरा मामला
दरअसल यह मामला जिले के सिमरीबख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक मकतब अशरफ चक विद्यालय का है, क्लास रूम में सो रहे शिक्षक का नाम मो. सज्जाद आलम बताया जाता है. वायरल विडियो में आप देख सकते हैं कि किस तरह स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के बजाय गुरुजी क्लास रूम में दरी बिछाकर बड़े इत्मीनान से चैन की नींद सो रहे हैं. जब बच्चों ने इसकी शिकायत स्कूल के प्राचार्य से किया तो प्राचार्य शिक्षक को नींद से जगाने आई और शिक्षक को सोने से मना करते हुए पढ़ाने का निर्देश दिया. जिसपर सो रहे शिक्षक ने जवाब दिया कि हम सो नही रहे थे बल्कि कमर सीधा कर रहे थे.
स्कूल की प्राचार्य ने इस मामले मे क्या कहा
वहीं इस पूरे मामले पर स्कूल की प्राचार्य का कहना है कि शिक्षक सज्जाद आलम इसी गांव के रहने वाले हैं और आए दिन दबंगता दिखाते हुए स्कूल में मनमानी करते हैं कभी स्कूल में सो जाते हैं तो कभी हाजिरी बनाकर स्कूल से निकल जाते हैं. अब सवाल यह उठता है कि जिन सरकारी स्कूलों की व्यवस्था सुधारने का दावा किया जा रहा है ऐसे में अगर स्कूल के शिक्षक क्लास रूम में नींद फरमाएंगे तो फिर बच्चों को शिक्षा कैसे मिलेगी.
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