मोतिहारी(MOTIHARI): बिहार की राजनीति साल के 12 महीने चर्चा में रहती है. यहां राजनीति का खेल कभी थमता नहीं है. बिहार अपनी राजनीति को लेकर काफी मशहूर है लेकिन इन दिनों बिहार राजनीति की वजह से नहीं यहां की फूलों की पंखुडियों की तरह धाराशाही हो रहे पुलों की वजह से चर्चा में बना हुआ है.
पूरे देश में बिहार के पुलों की चर्चा हो रही है
पूरे देश में बिहार के पुलों की चर्चा हो रही है. हो भी क्यों ना. आखिर एक-एक करके कोमल मुलायम फूलों की तरह यहां की ईंट कंकड़ से बने पुल पंखुडियों की तरह धाराशाही जो हो रहे हैं. जो बिहार सरकार पर बड़े सवाल खड़े करते हैं.
बिहार में लगातार पुल गिरने का सिलसिला जारी
बिहार में लगातार पुल गिरने का सिलसिला जारी है. एक तरफ जहां छपरा में तीन पुल जमीदोंज हो गए हैं तो वहीं पुरे बिहार में अब तक एक दर्जन के आस पास पुल पानी में समा गए हैं. बिहार के पुल पहली बारिश की बौछार भी झेल नहीं पा रहे हैं. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इन फूलों को कितना मजबूत बनाया गया है और इन पर कितना पैसा खर्च किया गया होगा. बिहार के पुल जिस तरीके से रोजाना पानी में समा रहे हैं उनको देखकर इनके निर्माण में घोटाले कि बु आ रही है.
पानी का दबाव नहीं झेल पा रहे है पुल
बिहार सरकार के द्वारा बनाया गए पुल पानी का दबाव नहीं झेल पा रहे है और नतीजतन पानी में ही पुल बह जा रहे है. पुल बहाने का ताजा मामला बिहार के मोतिहारी जिले से सामने आया है, जहां पानी के तेज बहाव के कारण पानी में पुल ने जल समाधी ले लिया.
घटना पुर्वी चम्पारण जिले के संग्रामपुर के भवानीपुर गांव की है
यह घटना पुर्वी चम्पारण जिले के संग्रामपुर के भवानीपुर गांव की है. जहां आरडब्लूडी से बन रहा पुलिया तेज पानी के बहाव में बह गया.जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह वीडियो SH 74 के भवानीपुर ढाला से मलाही टोली जाने वाली सड़क का है. जहां निर्माणाधीन पुल बह गया है.
स्थानीय लोगो का आवागमन बाधित हो गया है
अब इस पुल के बह जाने से स्थानीय लोगों का आवागमन बाधित हो गया है. इसके साथ ही लोग तरह तरह के आरोप भी लगा रहे हैं.आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत लगभग 60 लाख रुपए की लागत से पुल और सड़क का निर्माण कराया जा रहा था, लेकिन बीच में ही पुल पानी में बह गया.
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