टीएनपी डेस्क (TNP DESK):-दहेज आज भी ऐसी समाजिक बुराई है, जो समाज में उन बेटियों की शादी में नासूर बनकर चुभ रहा है . आज भी दहेज के चलते कितनी बेटिया बिनब्याही रह जाती है . इस जंजाल से आज भी समाज पूरी तरह से आजाद नहीं हुआ है. हालांकि, इस अंधेरे के बीच एक रौशनी देने वाली खबर बिहार से सामने आई है. जानकारी के मुताबिक, नवादा जिला एक नादरीगंज थाना के तिलक चक गांव निवासी सचिन कुमार ने शेखपुरा जिला के कसार थाना के तोड़लबीघा गांव की अनाथ लड़की सुषमा के साथ बिना दहेज की विधि-विधान के साथ शादी रचाई.
दहेज देने में असमर्थ
बताया जा रहा है कि सुषमा कुमारी के माता-पिता दोनों का निधन काफी पहले हो गया था . अनाथ सुषमा का लालन-पालन रिश्ते के चाचा ने किया. उसकी शादी नवादा जिले के नदारीगंज थाना के तिलकचक गांव के युवक सचिन के साथ तय हुई. लेकिन, सुषमा के चाचा बेटी को विदा करने के लिए दहेज जुटा नहीं पा रहे थे . ऐसे वक्त में शादी टूटने के कागार पर पहुंच गई थी.
लड़के ने दिखायी इंसानियत
सुषमा की शादी नहीं होने की सूरत में इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता दानी चौहान और मुखिया प्रिया देवी ने सचिन से बात कर के सुषमा के घर की नाजुक आर्थिक स्थिति और परेशानी बताई. यह सुनकार खुद आगे आकर बिना तिलक-दहेज की शादी सुषमा से करने के लिए हामी भर दी . इससे सुषमा के चाचा और सभी लोगों का मन गदगद हो गया. इसके बाद शेखपुरा के नोटरी और फिर अरघौती धाम पर दोनों के स्वजनों की उपस्थिति में ऐतिहासिक दिन स्वतंत्रता दिवस पर मंगलवार को शादी करा दी गई
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