पटना (PATNA): बिहार में भागलपुर और खगड़िया को जोड़ने के लिए गंगा नदी पर बन पुल 1700 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा था. लेकिन देर शाम ब्रिज भरभराकर गिर जाने के बाद सूबे की सियासत गर्म हो गई है. अब पक्ष और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी के तरफ से लगातार मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा जा रहा है. इस बीच बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा पर पलटवार किया है.
शिक्षा मंत्री ने बीजेपी से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या यह पुल मात्र 8 महीने में ही काम चल रहा था. जो भी पुल का हिस्सा गिरा है क्या यह 8 माह की सरकार में ही बनकर तैयार हुआ था. उन्होंने आरोप लगाया कि , पुल का 90% काम बीजेपी के शासनकाल में पूरा हुआ था. अब जब पुल गिर गया तो इसका दोषी कौन है. उस समय के तत्कालीन पथ निर्माण मंत्री, नंदकिशोर यादव, मंगल पांडे एवं नितिन नवीन मंत्री थे. शिक्षा मंत्री ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा बिहार सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. उस समय के जो भी ही पथ निर्माण मंत्री थे. उनके सोशल मीडिया को देखिए ट्वीट करके उस समय उन लोगों ने क्या कहा था. शिक्षा मंत्री ने कहा कि उस समय के जो भी मंत्री थे वह दोषी हैं. उनकी जवाबदेही बनती है कि आखिर पुल कैसे गिरा है.
शिक्षक नियमावली को लेकर दिया बयान
वहीं शिक्षक नियमावली को लेकर प्रो. चंद्रशेखर का नई शिक्षक नियमावली और परीक्षा के आयोजन पर दिया बयान. उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर शिक्षकों की बहाली को लेकर विज्ञापन निकाला गया है. कुछ शिक्षक अभ्यर्थी संघ लगातार विरोध कर रहे है. लेकिन अभ्यर्थी के 90 प्रतिशत माँग पूरी हो गई है. 10 प्रतिशत अभ्यर्थी परीक्षा से भाग रहे है. हमारी सरकार शिक्षक की बहाली कर रही है कोई सिपाही की बहाली नहीं है. इसलिए शिक्षा के लिए क्वालिटी से समझौता किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. नीतीश कुमार बिहार के शिल्पकार है.
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