हाजीपुर(HAJIPUR): बिहार में जहरीली शराब से लोगों की मौत के बाद विपक्षी पार्टी बीजेपी लगातार नीतीश कुमार को घेरने में लगी हुई है. इस क्रम में हाजीपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने भी नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. और कहा कि नीतीश कुमार जब 2005 में मुख्यमंत्री बने थे. तो गांव-गांव में शराब की दुकान खुलवाया था. उस समय देश में दूसरा संविधान था क्या. बिहार के जो नौजवान हैं उसे शराब पीने की आदत लगा दिये हैं. अब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि शराब पीना गलत है.ऐसे कैसा चलेगा.
“बिहार में खाने-पीने चुनाव लड़ने पर कहीं रोक नहीं”
बिहार में खाने-पीने चुनाव लड़ने पर कही रोक नहीं है. बिहार को किसी ने बर्बाद किया है तो उसका नाम है नीतीश कुमार है. पशुपति कुमार पारस ने कहा कि जो पासवान समाज के लोग हैं उनका मौलिक अधिकार तो ताड़ी बेचना ही है. जिस तरह किसान धोबी, नाई, जैसे जाति के लोगों का जातीय पेशा है. वैसे ही पासी समाज का ताड़ी उतारना मौलिक अधिकार है. जिसको नीतीश कुमार ने समाप्त कर दिया है. जिसकी वजह से उनके परिवार आज भूखे मरने की स्थिति में आ गये है. बच्चे सही से पढ़-लिख नहीं पा रहे हैं. बिहार में पूर्ण रूप से शराब बंदी कभी हुई ही नहीं है.
“7 सालों में शराब से सैंकड़ो लोग मरे है”
आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस हाजीपुर के शुभई गांव में श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने पहुंचे थे. जहां पर नीतीश कुमार पर जमकर केंद्रीय मंत्री ने हमला बोला है. और कहा कि बिहार के युवाओं को नीतीस कुमार ने शराब पीने की आदत लगाई और फिर शराब को बंद कर दिया. जिसका नतीजा है कि 7 सालों में शराब से सैंकड़ो लोग मरे है. इसके साथ बिहार में बढ़ते अपराध पर नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि लगातार राज्य में क्राइम बढ़ रहा है. आये दिन बैंक लूट की वारदात होती है.
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