किशनगंज(KISHANGANJ):बिहार के 70% मुस्लिम आबादी वाले किशनगंज जिले में सांप्रदायिक सौहार्द का एक अनूठा उदाहरण देखने को मिला. जहां एक ओर पूरे देश में धर्म को लेकर राजनैतिक खींचतान जारी है. वहीं दूसरी तरफ किशनगंज के रहनेवाले मो. कलाम जो इस्लाम धर्म को मानते है. उन्होंने एक हिंदू बच्ची को ना सिर्फ पाल-पोशकर बड़ा किया. बल्कि उन्होंने उस लड़की की शादी हिंदू रीति रिवाज और हिंदू लड़के से करवा कर पूरे देश के लिए मिसाल कायम की हैं.
बेटी की खुशी के लिए हिंदू लड़के से कराई शादी
नगर परिषद वार्ड नंबर 24 के निवासी मो. कलाम जो पेशे से संवेदक है. उन्होने एक छोटी बच्ची को बचपन से ही देखभाल की. अपनी समतान की तरह पढ़ाया-लिखाया. बड़े होकर लड़की ने हिंदू लड़के से शादी करने की बात कही. जिसके बाद मोहम्मद कलाम ने एक पिता का फर्ज निभाते हुए उसके लिए एक हिंदू वर ढूंढा और उसका विवाह धूमधाम से संपन्न करवाया है.
मो. कलाम ने तोड़ा धर्म का बंधन
मों कलाम से जब विवाह को लेकर होने वाली परेशानी को लेकर सवाल किया गया तो एक पिता की तरह उनकी भी आंखे भर आई. पूरे देश में लोग मों कलाम जैसे पिता के नेक काम की सराहना कर रहे हैं.
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