नालंदा(NALANDA): बिहार में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किया जाता है, लेकिन व्यवस्था आज भी लचर है, जिसका जीता जागता नमूना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा का सदर अस्पताल है, जहां रविवार को मारपीट में जख्मी हुई झुन्नी देवी को इलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां महिला के कमर में चोट के कारण उसे एक्स-रे कराने को कहा गया. एक्स-रे कराने के लिए ले जाने के दौरान मरीज के परिवार को स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं कराया गया, जिसके कारण परिवार की एक महिला ने गोद में उठाकर महिला को ले जाकर एक्स-रे करवाया और वापस भी गोद में उठाकर वापस लाने के दौरान अस्पताल कैंपस में गिरते गिरते बची.
क्या था पूरा मामला
वहीं, परिवार के सदस्य ने बताया कि नूरसराय थाना क्षेत्र के बेलसर गांव में गोतिया के बीच हुए विवाद में मारपीट हुआ था, जिसमे झुंनी देवी और उसके पति शंभू कुमार जख्मी हो गए थे. दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन एक्स-रे कराने के लिए स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं कराया गया, जिसके कारण मजबूरी में गोद में उठाकर ले जाना पड़ा.
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