पटना (PATNA) : बिहार में शराब तस्करों का हल कुछ ऐसा हो गया है कि ‘प्राण जाए पर शराब न जाए’. लगातार छापेमारी और गिरफ़्तारी के बावजूद तस्कर बाज नहीं आ रहे हैं. आए दिन लगातार एक नया मामला सामने आ जा रहा है. एक बार फिर पटना में उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान लाखों रुपए की विदेशी शराब को जप्त किया. वहीं आधा दर्जन लोगों को उत्पाद विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया. उत्पाद विभाग की टीम के मुताबिक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई. इस दौरान कई घरों में अवैध तरीके से शराब बिक्री किए जाने का खुलासा हुआ. किया छापेमारी के दौरान अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. वहीं उत्पाद विभाग की टीम द्वारा लोगों को चेतावनी भी दी गई कि शराब की अवैध बिक्री करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
1 प्रतिशत से कम को ठहराया गया दोषी
साल 2016 से अक्टूबर 2022 तक बिहार पुलिस और आबकारी विभाग ने शराबबंदी कानून के तहत 4 लाख मामले दर्ज किए और करीब 4.5 लाख लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें लगभग 1.4 लाख लोगों पर विभिन्न अदालतों में मुकदमा चलाया गया. जिन लोगों ने मुकदमे का सामना किया उनमें से केवल 1,300 लोगों यानी 1 प्रतिशत से कम को दोषी ठहराया गया. रिपोर्ट के अनुसार, करीब 900 लोगों को ठोस सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया है.
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